IMD Alert: मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मौसम की विसंगति के कारण मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत पांच राज्यों में अगले दो से तीन दिनों तक भारी बारिश होगी। इसके मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का अनुमान है।
‘देश में मौसम का मिजाज’
उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर दबाव बढ़ गया है और मौसम विभाग ने 26 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग का अनुमान है कि 26 से 29 अगस्त तक पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में भी ऐसे ही हालात बने रहेंगे। मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक गुजरात में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के कारण वलसाड और नवसारी जिलों में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पिछले 48 घंटों में लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. इससे यहां का जनजीवन और वाहनों का आवागमन अस्त-व्यस्त हो गया है।
‘इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट’
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आगामी 24 घंटों के दौरान भारत के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस अवधि में दक्षिण और मध्य राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तरी कोंकण और गोवा, उत्तर मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में तेज बारिश हो सकती है।
इसके अतिरिक्त, कोंकण और गोवा के साथ-साथ तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ये इलाके अधिक बारिश के कारण जलभराव, सड़क दुर्घटनाएं और अन्य मौसम संबंधी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इसलिए, इन क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियाँ बरतने की सलाह दी जाती है।
‘अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा’
मौसम विभाग ने आगामी समय के लिए एक विस्तृत बारिश की भविष्यवाणी की है। अगले 24 घंटों में पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में तेज बारिश से संबंधित गतिविधियाँ और स्थानीय जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
साथ ही, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में भी सामान्य से अधिक बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। इन क्षेत्रों में भी मौसम के असामान्य परिवर्तन और अत्यधिक बारिश से संबंधित घटनाओं का सामना किया जा सकता है।इन भविष्यवाणियों को ध्यान में रखते हुए, इन क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने और बारिश के संभावित प्रभावों से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जाती है।