इंडिया ब्लॉक द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA सरकार के खिलाफ संसद परिसर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि जिन्होंने आपातकाल लगाया था। एसे को संविधान को लेकर प्रेमभाव दिखाने का अधिकार नहीं है। आपातकाल लागू होने की 49वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने कहा कि काले दिनों में दिखाया कि कैसे कांग्रेस ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट किया और संविधान को रौंद दिया।
उन्होंने एक्स पर लिखा, आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है। जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। #DarkDaysOfEmergency हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रताओं को नष्ट किया और भारत के संविधान को रौंद दिया। जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दादी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को आपातकाल लगाया था, जिसके बाद दो साल से अधिक समय तक अधिकांश नागरिक अधिकार निलंबित रहे। उन्होंने 1977 में चुनावों की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेल बना दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से असहमत लोगों को आपातकाल के दौरान प्रताड़ित किया गया और सामाजिक रूप से प्रतिगामी नीतियां लागू की गईं। पीएम मोदी ने कहा, जिन्होंने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति अपने प्रेम का दावा करने का कोई अधिकार नहीं है।
सोमवार को, इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने संसद परिसर के अंदर संविधान की प्रतियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।