अभी लोकसभा चुनाव चल रहे हैं, लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों (कर्मचारी लाभ) के लिए डीए में 4 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की थी। फिलहाल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए की रकम 50 फीसदी है। यह 1 जनवरी 2024 से प्रभावी है।
इस 50 फीसदी डीए के बाद केंद्र सरकार के कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना नहीं है। क्योंकि वे इस 50 फीसदी डीए का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। केंद्र सरकार सिर्फ इस डीए को बढ़ाकर ही नहीं रुकी। उसके बाद चुनाव के दौरान छह और विशेष भत्ते बढ़ाए गए हैं।
2 अप्रैल को कुछ और वेतन बढ़ोतरी की घोषणा की गई। उदाहरण के लिए – बच्चों की शिक्षा भत्ता, बाल देखभाल विशेष भत्ता (विशेषकर सक्षम महिलाओं के लिए), जोखिम भत्ता, रात्रि ड्यूटी भत्ता, ओवरटाइम भत्ता, संसदीय सहायकों के लिए विशेष भत्ता।
इस बीच 30 मई को ग्रेच्युटी की रकम फिर से बढ़ा दी गई है। 30 मई को केंद्र सरकार के 7वें वेतन आयोग और केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2021 की सिफारिशों के अनुसार सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी और मृत्यु ग्रेच्युटी में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। अब केंद्रीय कर्मचारियों को 25 लाख रुपये की ग्रेच्युटी मिलती है। जो कि अब तक 20 लाख रुपये थी।
ग्रेच्युटी क्या है?
नियमों के मुताबिक अगर कोई कर्मचारी कम से कम 5 साल तक लगातार काम करता है तो वह ग्रेच्युटी का हकदार है। पेमेंट ऑफ ग्रेच्युटी एक्ट 1972 के मुताबिक, ग्रेच्युटी की यह रकम कर्मचारी के रिटायरमेंट, मृत्यु या सेवा से इस्तीफा देने पर ही मिलती है।