रविवार को उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक साथ आरओ-एआरओ परीक्षा का आयोजन हुआ। पहली बार यह परीक्षा केवल एक ही पाली में कराई गई। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर केंद्र व्यवस्थापक के साथ दो मजिस्ट्रेटों की भी नियुक्ति की गई थी। परीक्षा का समय सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक निर्धारित था। इस परीक्षा के लिए कुल 2382 केंद्र स्थापित किए गए थे।
परीक्षा में उतरेंगे अमेठी के 5376 छात्र
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की परीक्षा रविवार सुबह जिले के 13 परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई। एकल पाली में आयोजित इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी सुबह 8 बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। सभी केंद्रों पर अभ्यर्थियों की पहचान फेस रिकग्निशन और बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से की जा रही है, जिसके बाद गहन जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है।
जिले के 13 परीक्षा केंद्रों पर कुल 5376 परीक्षार्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए केंद्रों के बाहर पुरुष और महिला कांस्टेबलों की अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं। परीक्षार्थियों के सामान रखने के लिए काउंटर स्थापित किए गए हैं, जबकि फोटोस्टेट की सभी दुकानों को बंद रखा गया है। परीक्षा स्थल पर प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों की गहन तलाशी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में की जा रही है।
डीआईओएस डॉ. राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक और सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ प्रशिक्षित कक्ष निरीक्षक, पुलिस बल और मोबाइल दस्तों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। सभी गतिविधियों पर जिला मुख्यालय में स्थापित मॉनिटरिंग सेल से रियल टाइम निगरानी की जा रही है।
परीक्षार्थी पूरी सतर्कता और तैयारी के साथ परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे। लाइन में खड़े अभ्यर्थी हाथ में प्रवेश पत्र और पहचान पत्र लेकर शांतिपूर्वक जांच प्रक्रिया से गुजरते रहे। केंद्र के भीतर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल या ब्लूटूथ ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।
सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर उमड़ी भीड़
परीक्षा शुरू होने से पहले सभी अभ्यर्थी निर्धारित समय पर केंद्रों पर पहुंच गए। सुबह 9:30 बजे शुरू होने वाली परीक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया 8:30 बजे से शुरू कर दी गई थी। सभी केंद्रों पर उम्मीदवारों को फेस रिकग्निशन, बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और सघन तलाशी के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी गई।