ओंकारेश्वर के पास नर्मदा नदी पर इंदौर-खंडवा मार्ग में एक नया पुल बनाया जा रहा है, जो महज एक साधारण संरचना नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनेगा। इसकी भव्य सजावट के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 17 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। यह पुल लगभग 170 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है।
ओंकारेश्वर जाने वाले श्रद्धालु और यात्री इसी पुल से गुजरेंगे, इसलिए इसकी सजावट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हाल ही में सांसद शंकर लालवानी ने पुल के सौंदर्यीकरण को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर आवश्यक सुझाव और अनुरोध साझा किए थे।
उन्होंने बताया कि ओंकारेश्वर, देश के 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में शामिल है, और नर्मदा नदी पर बन रहा यह पुल एक ‘आइकॉनिक ब्रिज’ के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसी भावना के तहत यह प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष रखा गया, जिसे उन्होंने न केवल सहर्ष स्वीकार किया बल्कि सजावट के लिए आवश्यक राशि को भी तुरंत स्वीकृति दे दी।
ब्रिज की विशेषताएं
- इस ब्रिज पर विशेष रूप से वाहन की गति सीमित होगी ताकि श्रद्धालु नर्मदा मैया के दर्शन का आनंद ले सकें।
- पुल का निर्माण जहां एक ओर बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा, वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को और भी अर्थपूर्ण बनाएगा।
- शाम ढलते ही यह पुल खास लाइटिंग के साथ जगमगाएगा और एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करेगा।
- दोनों ओर माता अहिल्या की प्रतिमाएं लगाई जा सकती हैं, क्योंकि महेश्वर भी इसी क्षेत्र से जुड़ा है।
बन रही है नई चार लेन सड़क
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इंदौर-इच्छापुर हाईवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो ओंकारेश्वर के पास स्थित मोरटक्का क्षेत्र से होकर गुजरेगा। इसी मार्ग पर नर्मदा नदी पर एक भव्य पुल का निर्माण किया जा रहा है। यह पुल चार लेन का होगा और इसकी कुल लंबाई लगभग एक किलोमीटर होगी।