मुंबई नगर निगम से जल आपूर्ति को लेकर एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। जिसे निगम ने (बीएमसी) कम जल भंडार के कारण शहर और इसके आसपास के इलाकों ठाणे, भिवंडी और निज़ामपुर में गुरुवार, 30 मई से पांच प्रतिशत पानी की कटौती की घोषणा की है।
बीएमसी के मुताबिक, संतोषजनक बारिश होने और जल निकायों में उपयोगी स्टॉक में सुधार होने तक पानी की कटौती जारी रहेगी। नगर निकाय ने कहा कि इसके बाद 5 जून से 10 प्रतिशत पानी की कटौती की जाएगी ताकि शेष जल भंडार का यथासंभव लंबे समय तक उपयोग किया जा सके।
बीएमसी ने एक्स पर एक बयान में कहा, ‘प्रशासन पानी के भंडार पर कड़ी नजर रख रहा है और हर दिन योजनाबद्ध तरीके से पानी की आपूर्ति कर रहा है। मुंबई को घबराने की कोई वजह नहीं है। हालांकि, मुंबई नगर निगम (बीएमसी) प्रशासन विनम्रतापूर्वक सभी नागरिकों से पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की अपील करता है,‘।नगर निकाय ने कहा कि जल-बचत उपायों को अपनाकर, ‘मुंबईकरों को जितना संभव हो उतना पानी बचाना चाहिए, पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करना चाहिए और नगर निगम प्रशासन के प्रयासों में सहयोग करना चाहिए।‘
एशिया के सबसे बड़े संयंत्रों में से एक, भांडुप में जल शोधन संयंत्र में सफाई गतिविधियों के कारण इस साल 15 मार्च से 24 अप्रैल तक शहर में इसी तरह की पांच प्रतिशत पानी की कटौती की गई थी। नागरिक निकाय ने भी 10 प्रतिशत पानी की कटौती का प्रस्ताव दिया था, हालांकि, राज्य सरकार द्वारा अपने आरक्षित स्टॉक से पानी की कमी को दूर करने के आश्वासन के बाद इसे लागू नहीं किया गया था।
बिजली कटौती और पानी सप्लाई को लेकर बड़ा हाहाकार मचा हुआ है। बीएमसी के मुताबिक, मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाले बांधों में कुल 1,40,202 मिलियन लीटर पानी उपलब्ध है। पिछले साल अक्टूबर में कम बारिश के कारण 14,47,363 मिलियन लीटर प्रति वर्ष की आवश्यकता के मुकाबले वर्तमान में केवल 9.69 प्रतिशत जल भंडार उपलब्ध है। हालांकि, नगर निकाय ने कहा कि भटसा बांध से 1,37,000 मिलियन लीटर और ऊपरी वैतरणा बांध से 91,130 मिलियन लीटर अतिरिक्त पानी बहेगा।