भारत के अग्रणी आइसक्रीम ब्राण्ड, वाडीलाल एंटरप्राइज लिमिटेड, ने अपने नये समर कैम्पेन को लॉन्च करने की घोषणा की है़। यह कैम्पेन हर जश्न के मजे को दोगुना करने के लिए तैयार है। किसी भी जश्न के साथ वाडीलाल को मिलाने की अहमियत बताने वालीं तीन फिल्मों की सीरीज के साथ यह ब्राण्ड अनोखे ढंग से कहता है, ‘‘हर मोमेंट को बनाये कमाल! वाह वाडीलाल!’’
इस कैम्पेन की मुख्य थीम है ‘वाह’, जो वाडीलाल आइसक्रीम खाने से उपभोक्ताओं को मिलने वाली खुशी पर आधारित है। वाडीलाल तीन अनूठी फिल्मों के जरिये जश्न के उत्साह को संजोता है। हर फिल्म में जिन्दगी की उन उपलब्धियों को दिखाया गया है, जो वाडीलाल आइसक्रीम की गैर-मौजूदगी में पूरी नहीं हो पाती हैं। अस्पताल में एक नये बच्चे के जन्म की उमंग से लेकर भारत में लंबे वक्त से खोये बेटे के दोबारा मिलने और न्यूजरूम में मार्स लैंडिंग की नई खबर मिलने तक, वाडीलाल की मौजूदगी में यह पल यादगार जश्नों में बदल जाते हैं। फिल्में देशी अंदाज में मुख्य थीमों के अनुसार वाडीलाल से मिलने वाली खुशी दिखाती हैं और कलाकार वाडीलाल आइसक्रीम मिलने पर ही खुशखबरी पाने की प्रतिक्रिया देते हैं। इसमें आइसक्रीम की खुशनुमा भूमिका पर जोर दिया जाता है। एक ही पखवाड़े में कैम्पेन की तीन में से दो फिल्में स्क्रीन पर आ चुकी हैं और अपनी मासूमियत तथा संदेश से दर्शकों का दिल जीत चुकी हैं। रोमांच लगातार बढ़ रहा है, क्योंकि बहुप्रतीक्षित तीसरी फिल्म अगले हफ्ते रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में मनोरंजन और उपभोक्ताओं से जुड़ाव ज्यादा होगा।
एक सदी से ज्यादा समय से वाडीलाल अनेक पारिवारिक कहानियों में रचा-बसा है। अपने सिग्नैचर फ्लेवर्स से वह जश्न के पलों में चार-चांद लगा देता है। वाडीलाल ने भारतीय संस्कृति से जुड़ी भावनाओं को समझा है, जहाँ त्यौहार या खुशखबरी के हर पल को उम्दा बनाने के लिये खान-पान होता है। पिछले तीन साल से यह ब्राण्ड बड़ी लगन के साथ जीवन के अनुभवों में ‘‘वाह’’ फैक्टर को शामिल कर रहा है। वाडीलाल की स्वादिष्ट आइसक्रीम को चखकर कलाकार ‘वाह’ जरूर कहते हैं और इस भावना को वाडीलाल ने अपनी सिनेमाई कहानियों में शामिल किया है। ये फिल्में सार्थक तरीके से इस विचार पर जोर देती हैं कि कोई भी पल चाहे कितना भी बड़ा हो, वाडीलाल की खुशनुमा मौजूदगी के बिना अधूरा है।
मार्केटिंग और ब्रांडिंग के जनरल मैनेजर नीरज आर. प्रेसवाला ने कहा, ‘‘वाडीलाल आइसक्रीम के पास तीन पीढ़ियों के उपभोक्ता हैं और हम इस साल सबसे शानदार तरीके से हर आयु वर्ग के साथ जुड़कर उत्साहित हैं। हम हर साल इस तरह के कैम्पेन लाते रहेंगे। हमारी कंज्यूमर ऐड फिल्में न सिर्फ खुलकर हंसी दिलाने का वादा करती हैं, बल्कि बीती यादों को ताजा भी करती हैं, जिनमें आपके सबसे चहेते जश्नों के पल होते हैं। वाडीलाल ने अनेक ‘वाह’ मोमेंट्स दिये हैं- जन्मदिन से लेकर शादी की सालगिरह और नई नौकरी से लेकर आपकी जिन्दगी का हर छोटा वाह मोमेंट। हम आने वाले वर्षों में आपकी पसंदीदा यादों का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित हैं।’’
*ये टेलीविजन विज्ञापन मूनशॉट डिजिटल क्रिएटिव एजेंसी ने बनाये हैं। इनकी पटकथाएं तन्मय भट्ट, देवैया बोपन्ना, पुनीत चड्ढा और दीप जोशी ने लिखी हैं। इनका निर्देशन राहुल भारती और निर्माण सन सिटी स्टूडियोज की जुलीखा गुप्ता ने किया है।
मूनशॉट डिजिटल के को-फाउंडर देवैया बोपन्ना ने कहा, ‘‘आपको हर दिन विरासत वाले किसी ब्राण्ड पर काम करने का मौका नहीं मिलता है। वाडीलाल की विरासत को बनाये रखने और साथ ही रचनात्मकता का स्तर ऊँचा रखने की चुनौती आसान नहीं थी। अच्छी बात यह है कि हमें कुछ ऐसा बनाने के लिये वाडीलाल की टीम का पूरा सहयोग मिला, जिस पर हम सभी गर्व कर सकें। कभी-कभी आपको चीजें आसान ही रखनी होती हैं और बाकी काम प्रोडक्ट तथा ब्राण्ड पर छोड़ देना होता है। इस तरह, अगर आप यह साधारण-सी जानकारी दे सकें कि ‘हर पल बड़ा हो सकता है, अगर उसमें वाडीलाल को शामिल किया जाए’, तो वह तुरंत सभी की समझ में आएगी।’’
वाडीलाल एक शताब्दी से ज्यादा समय से भारत में जश्नों का हिस्सा है। बड़े-बड़े समारोहों और महत्वपूर्ण अवसरों पर अपना जादू चलाकर वाडीलाल ने एक सीक्रेट इनग्रेडियेंट का काम किया है, जो हर पल को सचमुच ‘कमाल’ बना देता है। कैम्पेन का प्रचार मेगा-मीडिया मिक्स से माध्यम से किया जाएगा और ज्यादातर पहुँच विभिन्न माध्यमों पर होगी, जैसे कि टीवी, डिजिटल, प्रिंट, रेडियो, ओओएच, ऑडियो, न्यूज चैनल तथा ब्राण्ड के सभी टच पॉइंट्स।