देश में चुनावी जंग जारी है। पक्ष-विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर हमला कर रहे है। आज बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के समाजिक न्याय सम्मेलन कार्यक्रम में कहा कि मोदी ने 10 साल तक देश को बताया कि वह ओबीसी हैं। जैसे ही मैंने जातीय जनगणना की बात की तो मोदी कहने लगे कि देश में दो ही जातियां हैं, अमीर और गरीब।
राहुल ने आगे कहा कि मैं कहता हूं, गरीबों की सूची निकाल लीजिए, उसमें आपको दलित, आदिवासी और ओबीसी तो मिल जाएंगे, लेकिन अमीरों की सूची में इन तीनों समुदायों के लोग नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र देखकर पीएम घबरा गए हैं। यह एक क्रांतिकारी घोषणापत्र है। हमने जातीय जनगणना कराने का वादा किया है। बीजेपी दलित-ओबीसी का इतिहास मिटाना चाहती है। अपने इतिहास की जड़ें एक बार फिर से स्थापित करनी होंगी। जाति जनगणना को कोई ताकत नहीं रोक सकती।
उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि मुझे जाति में कोई रुचि नहीं है। मुझे न्याय में रुचि है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि पता लगाना चाहिए कि लोगों के साथ कितना अन्याय हो रहा है। इसके लिए जातीय जनगणना यानी एक्स-रे कराने की बात हुई थी। मेरे इतना कहते ही बीजेपी के लोग कहने लगे कि मैं देश को बांटने की कोशिश कर रहा हूं।