इंदौर: देश का मिनी मुंबई कहे जाना वाला शहर इंदौर स्वच्छता में तो नंबर वन पर है ही लेकिन इस बार कोरोना महामारी में भी मध्यप्रदेश के नंबर वन स्थान पर आता नजर आ रहा है, शहर में बढ़ता संक्रमण लोगों की और प्रशासन दोनों की चिंताए बढ़ाता जा रहा है, इंदौर में कोरोना की रोकथाम के लिए हर महत्वपूर्ण क़दम उठाये जा रहे है, लेकिन फिर भी कोरोना संक्रमितों का आकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है, iइतना ही नहीं इस महामारी के कारण शमसान घाटों और कब्रिस्तानों में व्यवस्थाएं डगमगाई हुई है।
अस्पताल से लेकर शमसान तक की व्यवस्थाएं बिगड़ी-
बता दें कि शहर में कोरोना से मरने वालो के साथ ही अन्य लोगों की भी जो मौते हो रही है इसके कारण शमसान घाटों और कब्रिस्तानों में लाशों का ढेर लग चूका है, कही पर भी शवों के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं है, यहां तक की अस्पतालों में भी लाशो को नीचे ही रखना पड़ रहा है।
युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा कोरोना-
कोरोना की शुरूआती लहर से ही ऐसा माना जा रहा है कि यह वायरस केवल बुजुर्गो या उन लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, लेकिन इस बार की इस नई लहर में ज़्यादा उम्र के लोगों के साथ इंदौर में रोजाना युवाओं के संक्रमित होने के केस भी बढ़ते जा रहे है, जिसका मतलब है कि यह वायरस अब युवाओं को भी अपना शिकार बना रहा है, इस बात की पुष्टि सिटी चेस्ट स्कैन और युवाओ में बढ़ते लंग्स इन्फेक्शन से की गई है। बात अगर मृत्यु दर की करें तो शहर में कोरोना से इस साल की इन दो माह में 54 मौते हुई है जिनमे से 21 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के लोग भी शामिल है।
इंदौर में शव वाहन की आ रही कमी-
शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण हुई मौते और अन्य किसी बीमारी से हुई मौतों के कारण निगम पर शवों को मुक्तिधाम ले जाने का भार इतना बढ़ गया है कि शव के परिजनों को इसके लिए बड़ी मश्कत करना पड़ रही है, ऐसे में इंदौर निगम के पास पहले से 3 शव वहां थे लेकिन तत्काल स्थिति को देखते हुए 1 नया शव वाहन तैयार किया गया फिर भी इसकी कमी पूरी नहीं पड़ रही है, जबकि शहर के कई संस्थानों के पास शववाहन तो है लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ड्राइवर नहीं मिल रहे है।
शहर में बढ़ते कोरोना के बीच DAVV छात्र और प्रोफेसर कर रहे ग्रामीण क्षेत्रों को जागरूक-
शहर में बढ़ते संक्रमण के बीच ग्रामीण क्षेत्रो में वैक्सीन लगवाने और कोरोना के प्रति सावधानी बरतने के लिए DAVV यूनिवर्सिटी के छात्र और प्रोफेसर ने कमान संभाल ली है, जानकारी के अनुसार इंदौर के आस पास के सभी गावों में जाकर DAVV के NSS के छात्र और प्रोफेसर 45 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर रहे है।