भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने देश में कुछ शर्तों के साथ रूसी कोरोना टीके ‘स्पूतनिक वी’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की है. रूसी वैक्सीन को ऐसे समय पर मंजूरी तक के सर्वाधिक 1,68,912 कोरोना केस सामने आए हैं और संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,35,27,717 हो गई है.
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की विषय विशेषज्ञ समिति की मंजूरी के बाद भारत का औषधि महानियंत्रक अंतिम फैसला लेगा. अंतिम मंजूरी के साथ ही अब देश में तीन कोरोना टीके होंगे. देश में एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार कोविशील्ड और भारत बायोटेक-आईसीएमआर के टीके कोवैक्सीन को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इनकी 10 करोड़ से अधिक खुराक लोगों को दी जा चुकी है.
हैदराबाद की दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने पिछले सप्ताह भारत सरकार से स्पूतनिक वी के लिए मंजूरी मांगी थी. रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने सितंबर 2020 में डॉ. रेड्डीज से भारत में क्लीनिकल ट्रायल के लिए पार्टनरशिप की थी. रूसी वैक्सीन का 9.1.6 फीसदी प्रभावी है और यूएई, भारत, वेनेजुएला और बेलारूस में फेज 3 के क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है.