मध्य प्रदेश में आज यानी बुधवार को विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन रहा। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अभिभाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में सरकार की योजनाएं और उपलब्धियां बताईं। यह अभिभाषण करीब 48 पेज का था। मगर राज्यपाल इसके सिर्फ कुछ हिस्सा पढ़ पाए। क्यूंकि राज्यपाल के अभिभाषण के बाद में ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया था। जिसके कारण वह अपना अभिभाषण पूर्ण नहीं कर पाए।
राज्यपाल ने अपने भाषण में राम मंदिर का ज़िक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा ने पूरे देश को भक्तिमय माहौल में सराबोर कर दिया है। चित्रकूट और ओरछा में राम वन गमन पथ के लिए मेरी सरकार ने प्रतिबद्ध होकर काम शुरू कर दिया है। राज्यपाल ने कहा कि तीर्थ स्थलों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के बारे में कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में 50 लाख से अधिक लोगों को लाभांवित किया गया है। जहां-जहां मध्य प्रदेश में श्रीराम और श्रीकृष्ण के कदम पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। 724 किलोमीटर लंबी 10000 करोड़ रुपए से अधिक की सड़क परियोजनाओं की सौगात मिली है।
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि केन-बेतवा, पार्वती- कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना प्रदेश विकास में मील का पत्थर साबित होगी। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए अंकसूची एवं उपाधियों को डिजीलॉकर में अपलोड करने की व्यवस्था लागू की जा रही है। प्रदेश में आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के माध्यम से फ्यूचर जॉब स्किल कोर्सेज में 7 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिलाए जाने की योजना है। इसके साथ ही प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा अंतिरम बजट पेश करेंगे। देश में लोकसभा चुनाव के चलते सरकार अभी अंतरिम बजट पेश कर रही है। सरकार के मुताबिक, मानसून सत्र के दौरान पूर्ण बजट पेश किया जाएगा।