मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बजट को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। आपको बता दें कि आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नए भवन में अंतरिम बजट पेश कर चुकी है। यह मोदी सरकार 2.O का आखिरी बजट है। आपको बता दें कि यह सरकार का अंतरिम बजट है। क्यूंकि अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने के बाद नई सरकार जुलाई में जुलाई में पेश करेगी।
कमलनाथ ने बजट पर सवाल उठाए है। उनका कहना है कि इस बजट में सरकार किसानों के पक्ष में एक ढंग की बात भी नहीं बोल सकी। उन्होंने आगे कहा कि बजट में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, किसानों और जवानों के लिए कुछ भी नहीं है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा आज दोपहर में देश का अंतरिम बजट पेश हो चूका है। जिसके बाद से लगातार पक्ष-विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी है।
प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स हैंडल पर लिखा है कि “बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर, पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।” मोदी सरकार के आज पेश किए गए अंतरिम बजट की स्थिति कुछ ऐसी ही है। हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से 20 करोड़ रोजगार देने का टारगेट कहीं पहुंचा भी या नहीं?
उन्होंने आगे कहा कि मध्यमवर्ग को आशा थी कि सरकार इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट देगी लेकिन एक बार फिर से अपना जन विरोधी चेहरा सामने लाते हुए मोदी सरकार ने आयकर में कोई छूट नहीं दी। कमलनाथ ने आगे लिखा कि मोदी सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी लेकिन आज 2024 के बजट में भी किसानों के पक्ष में एक ढंग की बात भी सरकार नहीं बोल सकी।
कमलनाथ ने सरकार से सवाल पूछते हुए लिखा कि बजट में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, किसानों और जवानों के लिए कुछ भी नहीं है। सरकार ने देश के आर्थिक विकास का कोई खाका पेश नहीं किया है और जो बातें कही हैं, वह 15 और 20 साल दूर की बातें हैं। यह बजट नहीं है, सिर्फ एक झुनझुना है।