Employees Honorarium Hike : चुनावी साल को ध्यान में रखते हुए करोड़ों केंद्रीय कर्मियों और पेंशनधारकों के लिए कई बड़ी घोषणाओं का ऐलान किया गया है। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ कर्मचारियों के वेतन भत्तों में वृध्दि की जाएगी। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि एमपी पुलिस सहकर्मियों को पांचवा वेतनमान लाभ दिया जाएगा। इसके साथ ही कोटवार और अतिथि विद्वानों के वेतन भत्तों में भी वृध्दि की जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की इन घोषणाओं के बाद इसके लिए विभागों द्वारा प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसके चलते कैबिनेट की बैठक में यह स्थिति बनी है।
वेतनमान में कर्मचरियों को लाभ
इससे पहले पांचवा समयमान वेतनमान का लाभ राजशासनिक सेवा राज्य पुलिस सेवा और वित्त सेवा के सहकर्मियों को दिया जा रहा था। पुलिस अधिकारी कर्मचारी का कहना है कि उनके समय वेतनमान में वृध्दि की जाए लेकिन काफी लम्बे समय से इसमें समय लग रहा था। लेकिन अब मुख्यालय द्वारा प्रस्ताव तैयार किए जाने के साथ उनके वेतनमान में बड़ी वृध्दि की जाएगी।
वेतनमान में बढ़ोत्तरी की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हाल ही में कोटवारों के वेतनमान में वृध्दि का ऐलान किया है और इनके वेतन में 2 गुना वृध्दि किये जाने के बाद कैबिनेट द्वारा प्रस्ताव जारी कर दिया गया है। सीएम ने कोटवार सम्मेलन में कहा था कि कोटवारों का वेतनमान में हर साल 500 रूपए की बढ़ोत्तरी की जाएगी। ऐसे कोटवार, जिनके पास जमीन नहीं है उनके वेतन में 4000 रूपए से बढ़कर 8000 रूपए किए गए हैं जबकि तीन एकड़ तक भूमि वाले कोटवार के वेतनमान में 1000 रूपए से बढ़कर 2000 रूपए किए गए है।
वही 7.5 एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवारों को ₹1200 रूपए उपलब्ध कराए जाएंगे जबकि 10 एकड़ तक सेवा भूमि वाले कोटवारों को ₹1000 वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि कोटवार के परिवार की हर बहन को लाडली बहन योजना से लाभान्वित होगी। साथ ही रिटायरमेंट के बाद उन्हें 1 लाख रूपए की राशि भी दी जाएगी। जल्द ही आदेश के नियमानुसार इन सब सुविधाओं का कोटवार कर्मचारी को लाभ मिलेगा।
अतिथि विद्वानों को 50000 तक वेतन का लाभ
शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि विद्वानों के लिए बड़ी ऐलान किया था। शासकीय महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि विद्वानों के लिए मासिक वेतन में वृध्दि के साथ उन्हें 50000 तक वेतन दिए जाने की घोषणा ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।
शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए और नई शिक्षा नीति के तहत मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई है। अतिथि विद्वानों को सरकारी कर्मचारी के समान अवकाश का लाभ भी दिया जाएगा साथ ही वेतमान में 20 हजार रुपए की वृध्दि की जाएगी। कैबिनेट द्वारा इसके लिए प्रस्ताव जारी कर दिया गया है। वहीं इनके वेतन भत्तों में 50 हजार रुपए तक वृध्दि की जाएगी।