भोपाल। मध्य प्रदेश के पटवारियों ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए मोर्चे को मजबूत किया है। विशाल संख्या में 19,000 पटवारियों ने 23 से 25 अगस्त के बीच सामूहिक अवकाश लिया था, जिसके बाद वे अनिश्चितकालीन हड़ताल की संभावना के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
पटवारियों ने सरकार को अपनी मांगों के लिए आल्टीमेटम देने की घोषणा की है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर 11 बजे तक उनकी मांगों का जवाब नहीं आता है, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल का आलंब देंगे।
पटवारियों की मांगें और आंदोलन
पटवारियों ने पिछले कुछ दिनों में अपनी मांगों को सामूहिक रूप से उजागर करते हुए तिरंगा यात्रा और 3 दिवसीय सामूहिक अवकाश का आयोजन किया था। इसके साथ ही, 25 अगस्त तक वे अवकाश पर रहे थे। उनकी मुख्य मांगें वेतन की विसंगतियों को सुधारने के साथ-साथ पदोन्नति, गृह भाड़ा और यात्रा भत्तों में वृद्धि की थी।
वेतनमान और अनित्यता की मुद्दे
पटवारियों की प्रमुख मांगों में समयमान की वेतन विसंगतियों को सुधारना, पदोन्नति दी जाना (आरआई, नायब तहसीलदार और तहसीलदार के लिए) और गृह भाड़ा और यात्रा भत्तों में वृद्धि शामिल हैं। पटवारियों के वेतनमान में 25 वर्ष में कोई वृद्धि नहीं होने के कारण वे नाराज हैं।