उज्जैन: बिजली उपभोक्ताओं की जो भी शिकाय़ते जिस भी माध्यम से मिले, उसके निराकरण के लिए तेजी से प्रयास किए जाए। बिजली देयकों यानि राजस्व का संग्रहण भी तेजी से किया जाए। मार्च में हमें प्रत्येक बकायादार उपभोक्ता से राशि जमा कराना है। इसके लिए दैनिक कार्यसूची बनाकर लक्ष्य पूर्ति की जाए।
उक्त निर्देश मप्रपक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने दिए। वे मंगलवार को उज्जैन के दौरे पर आए थे। तोमर ने कहा कि उज्जैन शहर में लाइन लास ज्यादा है, राजस्व संग्रहण देवास, रतलाम, इंदौर की तुलना में कमजोर है, ऐसे में स्थिति को ठीक करने के लिए ज्यादा प्रयास करने की जरूरत है।
यहां भी बिजली चोरी की जा रही है, वहां की रिकार्डिंग की जाए, ताकि कानूनी कार्रवाई में हमें आसानी हो। उन्होंने उज्जैन शहर के दोनों कार्यपालन यंत्रियों को राजस्व संग्रहण के लिए मार्च के शेष 15 दिनों में भरसक प्रयास करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ट्रांसफार्मर रिपेयरिंग यूनिट का निरीक्षण किया। तोमर ने राजस्व संग्रहण के लिए जब्त, कुर्क की गई मोटर, वाहन आदि सामग्री का भी अवलोकन किया व इनकी उचित सुरक्षा संरक्षा के निर्देश दिए।
वे पंथ पिपलई बिजली वितरण केंद्र भी पहुंचे एवं ग्रामीण क्षेत्र की बिजली वितरण एवं राजस्व संग्रहण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उज्जैन मुख्य अभियंता पुनीत दुबे, अधीक्षण यंत्री श्री आशीष आचार्य, कार्यपालन यंत्री दधीचि रेवड़िया, राजीव पटेल, जयेंद्र ठाकुर आदि मौजूद थे।