इंदौर। वर्तमान समय में मौसम परिवर्तन के चलते लोगों में गैस्ट्रोएन्टराइटिस की बीमारी बढ़ती जा रही है। यह दूषित भोजन पानी में जीवाणु वायरल आदि कारणों के चलते होती है। जिसके चलते लोगों में उल्टी और दस्त की समस्या बहुत ज्यादा कॉमन रूप से सामने आ रही है। इस समस्या से बचने के लिए हमें साफ पानी पीना होगा साथ ही पानी के अंदर ओआरएस को मिलाना होगा। वही पेट संबंधित समस्या मैं पीलिया रोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है लोगों में इसके भी केस भी देखने को सामने आ रहे हैं। वही कोविड के बाद से हेपेटाइटिस ए की वजह से लीवर फेलियर के केस भी देखने को सामने आ रहे हैं ।
यह बात डॉक्टर लालजी पटेल ने अपने साक्षात्कार के दौरान कही वह शहर के प्रतिष्ठित विशेष जुपिटर हॉस्पिटल में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सवाल. हेपेटाइटिस ए क्या है यह किन कारणों से सामने आता है वही इसके लक्षण क्या होते हैं ?
जवाब. पिछले 2 सालों में कोविड के बाद से हेपेटाइटिस ए के कैस ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं। यह सामान्यतः दूषित पानी की वजह से होता है। कई बार लोग इस समस्या को नजरअंदाज करते हैं जिसके चलते कई बार किडनी फैलियर के चांस भी हो जाते हैं। इसके लक्षण की अगर बात की जाए तो भूख नहीं लगना, बुखार आना और अन्य प्रकार के लक्षण शामिल है। इस समस्या पर सही समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो हेपेटाइटिस ए की वजह से कई बार किडनी फेल होने की भी संभावना हो जाती है। साफ पानी पीने के साथ ही पानी में ओआरएस मिलाकर पीना चाहिए। इस बीमारी का टीकाकरण करवा कर भी इससे काफी बचाव किया जा सकता है।
सवाल. पैंक्रियाटिटीज से संबंधित समस्या होने पर किस प्रकार के लक्षण देखने को सामने आते हैं?
जवाब. पैंक्रियाज से संबंधित बीमारी की अगर बात की जाए तो इसमें मुख्यतः दो प्रकार की बीमारी होती है जिसमें एक्यूट पैंक्रियाटिटीज वहीं दूसरी क्रॉनिक पैंक्रियाटिटीज होती है।इसके कारणों की अगर बात की जाए तो गॉलब्लैडर में पथरी, शराब का सेवन, स्मोकिंग और अन्य कारणों से यह समस्या सामने आती है। एक्यूट पैंक्रियाटिटीज के लक्षण में पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द, बुखार शामिल है। वही क्रॉनिक पैंक्रियाटिटीज में बीच-बीच में पेट में दर्द, पतले दस्त, वजन कम होना जैसे लक्षण सामने आते हैं। पैंक्रियास का मुख्य कार्य हमारे शरीर में भोजन को पचाना होता है वही इंसुलिन निर्माण कर डायबिटीज को मेंटेन करना है। जब पैंक्रियास हेल्दी नहीं होता है तो दोनों प्रकार की समस्याएं हमें देखने को सामने आती है। पैंक्रियाटिटीज से संबंधित समस्याओं में इंफेक्शन, किडनी और लंग्स पर गलत प्रभाव देखने को मिलता है। साथ ही इसकी वजह से पेट में पानी भरने की शिकायत भी सामने आती है।
सवाल. अल्सरेटिव कोलाइटिस क्या है यह किन कारणों से सामने आती है
जवाब. वर्तमान समय में बड़ी आंतों की बीमारी अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या देखने को सामने आ रही है। इस बीमारी की अगर बात की जाए तो इसकी वजह से आंतों में छाले हो जाते हैं वही लूज मोशन मैं बिल्डिंग, बुखार, वजन कम होना और अन्य समस्या देखी जाती है। यह ज्यादातर हमारी आंतों में मौजूद बैक्टीरिया के डिसबैलेंस, खानपान में परिवर्तन और कई बार यह समस्या जेनेटिक रूप से भी देखने को सामने आती। कई बार पेशेंट को आंतों के छालों की वजह से ब्लड और प्रोटीन का रिसाव होता है। जिसके चलते हैं शरीर के अन्य मेकैनिज्म पर इसका प्रभाव पड़ता है। पहले आमतौर पर इस बीमारी को वेस्टर्न कंट्री की बीमारी समझा जाता था लेकिन अब हमारे देश में भी फास्ट फूड के बढ़ते सेवन से यह बीमारी बढ़ रही है।
सवाल. आपने अपनी मेडिकल फील्ड की पढ़ाई किस क्षेत्र में और कहां से पूरी की है
जवाब. मैंने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई मद्रास मेडिकल कॉलेज चेन्नई से की है। मैंने मास्टर एमडी मेडिसिन की पढ़ाई गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल से की है। इसी के साथ मैंने डीएम गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर से कंप्लीट किया है। क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर से मैने एडवांस एंडोस्कोपी प्रोग्राम में हिस्सा लिया है। अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद मैने देश के कई प्रतिष्ठित अस्पताल में अपनी सेवाएं दी है वर्तमान में मैं शहर के विशेष जूपिटर हॉस्पिटल में गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं।