दिल्ली। संसद सत्र के 11वें दिन लोकसभा में दिल्ली अध्यादेश विधेयक पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने दिल्ली बिल को लेकर कहा कि विपक्षी दलों को गठबंधन का नहीं, दिल्ली का सोचना चाहिए। इसके साथ ही अमित शाह ने विपक्ष के गठबंधन पर तंज कसा साथ ही 2024 में एक बार फिर मोदी सरकार आने की बात कहते हुए कहा की एक बात तय है कि चाहे कितना भी अलायंस कर लें, सरकार तो नरेंद्र मोदी की ही आ रही है।
इसका पलटवार करते हुए कांग्रेस की तरफ से अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि शाह के मुंह से नेहरू की तारीफ अच्छी लगी। लेकिन अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी को जबाब देते हुए कहा की मैंने नेहरू की तारीफ नहीं की। लेकिन आपको लगता है तो मान लीजिए। साथ ही अमित शाह ने दिल्ली अध्यादेश विधेयक पर लोकसभा में बोलते हुए कहा की गठबंधन नहीं, दिल्ली की सोचें, केंद्र को दिल्ली पर बिल बनाने का अधिकार।
दिल्ली को केंद्रित करते हुए शाह ने कहा की दिल्ली ना तो पूरी तरह राज्य है और ना ही पूरी तरह संघ शासित प्रदेश। संसद को आर्टिकल 239 AA के तहत दिल्ली के मु्द्दे पर संसद में कानून बनाने का अधिकार भी है। अमित शाह ने कहा की विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मनपसंद हिस्सा ही पढ़ा। अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर कहा की नेहरू ने कहा था कि दिल्ली में तीन चौथाई संपत्ति केंद्र सरकार की है, इसलिए इसे केंद्र के अधीन रखा जाए।