इन्दौर : आयुक्त हर्षिकासिंह द्वारा आज मुख्यमंत्री सीखों कमाओं योजना की समीक्षा बैठक स्मार्टसिटी ऑफिस में की गई। बैठक में अपर आयुक्त मनोज पाठक अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, अनूप गोयल, डी.आर.लोधी, सुनील गुप्ता दिलीपसिंह चैहान एवं समस्त झोनल अधिकारी कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री और उपयंत्री उपस्थित थें।
बैठक मेेें अपर आयुक्त मनोज पाठक द्वारा मुख्यमंत्री सीखो कमाओं योजना की विस्तृत जानकारी प्रेजेन्टेशन के माध्यम से दी गई, जिसमें किस प्रकार से युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाना है उसे स्टाईपेण्ड मिलेगा तथा परीक्षण उपरान्त किस प्रकार से बेहतर कमाई के अवसर प्राप्त होंगे। योजना की शर्ते, योजना में प्रतिष्ठानों के लिए शर्ते तथा योजना के अन्तर्गत 12 वी तक उत्तीर्ण युवाओं को रुपये 8 हजार प्रतिमाह, आय.आय.टी उत्तीर्ण युवाओं को 8500 रुपये प्रतिमाह, डिप्लोमा उत्तीर्ण युवाओं को 9 हजार रुपये तथा स्नातक या उच्च उत्तीर्ण युवाओं को रुपये 10 हजार स्टायपेण्ड की पात्रता होगी। प्रत्येक माह निर्धारित स्टायपेण्ड का 75 प्रतिशत राशि राज्य शासन की ओर से छात्र प्रशिक्षार्थी को डीबीटी के माध्यम से प्राप्त होगी शेष 25 राशि प्रतिष्ठान को देना होगा।
आयुक्त सिंह द्वारा निर्देशित किया गया कि, शासन की महत्वकांक्षी योजना है। युवागण शिक्षा के साथ-साथ कार्य भी करेंगे और उन्हे कमाई भी होगी। निगम में जो प्रतिष्ठान या कान्ट्रेक्टर कार्य कर रहे है उनको उक्त योजना में रजिस्टेªशन करने के लिए प्रेरित करें और उनके द्वारा कितने युवाओं को उक्त योजनाओं के क्रम में लाभ दिया जावेगा। कान्ट्रेक्टर से वन-टू-वन बात करके सोमवार को होने वाली टी.एल. बैठक मेें जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। इस येाजना के संबंध में सिटी बस आॅफिस में एक हेल्प डेस्क भी बनायी गई है। प्रतिष्ठान अथवा कान्टेªक्टर अपने कुल कार्यबल के 15 प्रतिशत की संख्या तक ही छात्र प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण दे सकेंगे। कार्यबल की गणना प्रतिष्ठान द्वारा कर्मचारियों का ई.पी.एफ जमा करने के आधार पर की जावेगी। योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षण की निर्धारित अवधि सामान्यतः 01 वर्ष तक की रहेगी।