इंदौर में आज राज्य शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशानुसार रोजगार दिवस मनाया गया। आज युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सांसद रोजगार तथा स्वरोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस मेले को बेहतर प्रतिसाद मिला। मेले का लाभ लेने के लिए हजारों युवा मेला परिसर में पहुंचे। यह मेला ढक्कन वाला कुआं स्थित ग्रामीण हाट बाजार परिसर में आयोजित किया गया था। मेले में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, एसोसिएशन ऑफ इन्ड्रस्ट्रीज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष योगेश मेहता, लघु उद्योग भारती के शिवनारायण शर्मा, महाप्रबंधक उद्योग एस.एस. मण्डलोई विशेष रूप से मौजूद थे।
मेले को सांसद जॉब फेयर के रूप में आयोजित किया गया। मेले में निजी क्षेत्र की 53 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों ने हिस्सा लिया। मेले में दो हजार से अधिक युवाओं ने अपना पंजीयन कराया। पंजीयन के पश्चात युवाओं का साक्षात्कार लेकर कंपनियों के प्रतिनिधियों ने 650 से अधिक युवाओं का चयन प्रारंभिक रूप से नौकरी के लिए किया। इन कंपनियों द्वारा युवाओं को उनकी योग्यता के मान से विभिन्न पदों पर चयनित किया गया। शाम तक कंपनियों द्वारा युवाओं के चयन का सिलसिला जारी था। इसके अलावा मेले में विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत भी युवाओं को लोन दिए गए।
जिले के 980 युवाओं को स्वरोजगार स्थापना के लिए लगभग नौ करोड़ रूपए का लोन दिया गया। यह लोन राज्य शासन की मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, भगवान बिरसा मुण्डा तथा टंट्या मामा स्वरोजगार योजना, पीएम स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, आजीविका मिशन तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के तहत दिया गया। साथ ही जिले में एमएसएमई प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 248 औद्योगिक इकाईयों को 62 करोड़ रूपए से अधिक की आर्थिक मदद दी गयी। इनमें सात इकाईयां महिला उद्यमियों द्वारा स्थापित है। उक्त राशि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से उद्यमियों के खाते में अंतरित की।
सांसद शंकर लालवानी ने पूरे समय मेले में मौजूद रहकर युवाओं को स्वरोजगार तथा अन्य योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। सांसद लालवानी ने युवाओं से कहा कि वे आगे आकर इन योजनाओं का लाभ उठाए और अपना स्वयं का उद्यम स्थापित करें। स्वयं तो रोजगार प्राप्त करे साथ ही दूसरों को भी रोजगार देवें। राज्य शासन द्वारा युवाओं को निजी क्षेत्र की कंपनियों में भी नौकरी दिलाने के लिए लगातार रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं।