मध्यप्रदेश में एक बार फिर शासकीय चिकित्सक अपनी मांगो को लेकर 1 मई से हड़ताल करने वाले है। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में जूनियर डॉक्टर्स, गैस राहत के डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ समेत संविदा के कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। वहीं इस हड़ताल में सरकारी डॉक्टर काली पट्टी (black band) बांधकर काम करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, हड़ताल के दूसरे दिन ओपीडी (OPD) बंद रखें जाएंगे। यदि उनकी मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो 03 मई से अनिश्चितकालीसन हड़ताल (indefinite strike) करेंगे। वहीं इस हड़ताल के दौरान निजी अस्पताल और आयुष के डॉक्टर्स स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखेंगे। प्रदेश भर के शासकीय डॉक्टर्स 2 मई को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक काम बंद करेंगे।
बता दें, प्रदेश के 10,000 डॉक्टर के साथ-साथ गभग 4-5 हज़ार जूनियर डॉक्टर्स भी इस हड़ताल में शामिल होंगे। इसके अलावा 13 मेडिकल कॉलेज, 1000 प्राइमरी हेल्थ सेंटर, 350 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 52 जिला अस्पताल के डॉक्टर्स और स्टाफ भी इस धरना प्रदर्शन में हिस्सा लगे।
चिकित्सक महासंघ के डॉ राकेश मालवीय ने बताया कई दौर की बातचीत हुई जिन मांगों पर सहमति बनी थी, उन्हें एंड टाइम पर मानने से मना कर दिया गया। जिसकी वजह से एक बार फिर प्रदेश के सभी डॉक्टर्स 1 मई से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर जाएंगे। वहीं कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा इस वक्त राज्य में हर वर्ग परेशान है, लगातार डॉक्टर से अपनी मांग रखते आए हैं केंद्र सरकार ने इस योजना को लागू किया हुआ है राज्य सरकार उस योजना को लागू करने से क्यों पीछे हट रही है, इसका जवाब दे।