उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में हर त्योहार सबसे पहले मनाए जाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। जिसके चलते रंगो का पर्व होली भी यहां पर शुरू हो गई है और आज भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल के साथ भक्तों ने फूलों की होली खेली।
सुबह 4 बजे पट खोलने के पश्चात बाबा महाकाल को जल से स्नान करवाया गया इसके बाद दूध, दही, शहद, घी और फलों के रस से अभिषेक किया गया। इसके बाद बाबा को 40 क्विंटल फूल अर्पित कर होली का त्योहार मनाया गया। महाराष्ट्र से आए एक भक्त ने बाबा के फाग उत्सव में 40 कुंटल फूल अर्पित किए भस्म आरती के दौरान बाबा अन्य फूलों की होली खेलकर फाग उत्सव मनाया नंदी हॉल में भी जमकर भक्तों ने एक दूसरे पर फूल बरसाए और फाग उत्सव का आनंद लिया
मंदिर के पुजारी दिलीप गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष 1 कुंटल फूल बढ़ाकर बाबा की भस्म आरती में फाग उत्सव मनाया जाता है इस बार 40 कुंटल फूल अलग-अलग तरह के अन्य प्रदेशों से बाबा के दरबार में पहुंचे और फाग उत्सव मनाया गया कल बाबा महाकाल के दरबार में रंग गुलाल से होली खेली जाएगी आज सोमवार को भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन दिए।
आज शाम को होगा होलिका दहन
मंदिर प्रांगण में जलने वाली होलिका का दहन भी आज शाम संध्या आरती के बाद किया जयेगा,जिसमे हज़ारो की संख्या में भक्त शामिल होंगे