भारत में मानसून खत्म होने के बाद भी लगातार बारिश हो रही है। वही इसके साथ ही गुलाबी ठंडक भी महसूस होने लग गई है। गुरुवार को मौसम विभाग एक बार फिर बारिश अलर्ट जारी करते हुए कहा कि 29 अक्टूबर से देश के कुछ हिस्सों में संभावना जताई है। बंगाल की खाड़ी और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में निचले क्षोभमंडल के स्तर में उत्तर-पूर्वी हवाओं के साथ पूर्वोत्तर मानसून की बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान में यह भी बताया गया है कि, एक वर्तमान में चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निचले क्षोभमंडल स्तरों में बना बनी हुई है।
बारिश होने की बन रही है ये वजह
निचले क्षोभमंडल स्तरों में एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से तमिलनाडु होते हुए बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक जाती है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार उपरोक्त स्थितियों के कारण 29 और 30 अक्टूबर को देश के कई हिस्सों में बारिश के आसार बन रहे हैं। तमिलनाडु, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, यनम, रायलसीमा और केरल में अलग-अलग जगहों पर वर्षा होने की संभावना है।
यह रहेगा शुष्क मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 30 अक्टूबर को तमिलनाडु, कराईकल और पुडुचेरी बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। अगले दो दिन देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग जगहों पर भी हल्की वर्षा के संकेत हैं। पूर्वानुमान में यह भी बताया गया है कि आगामी पांच दिनों के दौरान देश के शेष अन्य भाग में शुष्क मौसम रहने का अनुमान है।
एमपी में मौसम का हाल
मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान लगभग सभी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा है। हालांकि दिवाली के बाद प्रदूषण के बाद AQI लेवल बढ़ गया था, जो अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। जबलपुर, सागर, नर्मदा पुरम, भोपाल के साथ ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से कम तापमान रिकॉर्ड किया गया। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस राजगढ़, धार, रतलाम और उज्जैन में रहा।
सीजी में मौसम का हाल
छत्तीसगढ़ में दिवाली की रात के बाद मौसम में बदलाव जारी है। प्रदेश में गुलाबी सर्दी जारी हो गई है। कई जिलों में ओस गिरने का सिलसिला जारी है। रात के तापमान में हो रही भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. मौसम विभाग की मानें तो 2 से 3 दिनों में ठंड की अधिकता बढ़ेगी। वैज्ञानिकों की मानें तो 28 अक्टूबर के बाद मौसम में और भी बदलाव आएंगे।
तूफान सीतरंग का नहीं होगा असर
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान सीतरंग का एमपी और सीजी में कोई भयानक असर नहीं पड़ रहा है। हालांकि, हवाओं के नम होने से पारा लगातार गिरता जा रहा है। तूफान बांगलादेश के तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। अब इसके मेघालय की ओर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. इस कराण यहां इसका कुछ खास असर नहीं होगा। हालांकि, उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण ठंड बढ़ सकती है।