नई दिल्ली : कोरोना महामारी के दौर में लगभग हर बड़े कार्यक्रम वर्चुअली ही हो रहे हैं. पीएम मोदी भी अब तक ढेरों कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हो चुके हैं. सोमवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर वार्ता में हिस्सा लिया. सोमवार को पीएम मोदी और वियतनाम के पीएम गुयेन जुआन फुक के बीच शिखर वार्ता हुई. जहां गुयेन जुआन फुक से पीएम मोदी ने कहा कि, वियतनाम भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार देश है.
वियतनाम के प्रधानमंत्री से नरेंद्र मोदी ने बातचीत में कहा कि ”पिछले महीने हम आसियान-इंडिया वर्चुअल कार्यक्रम में मिले थे. मुझे खुशी है कि आपसे आज बात करने का अवसर मिला है. वियतनाम भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का महत्वपूर्ण स्तम्भ है और हमारे इंडो-पेसिफिक रीजन का एक महत्वपूर्ण सहयोगी है, हमारी कम्प्रेहेंसिव साझेदारी का दायरा बहुत विस्तृत है, दोनों देशों के बीच आपसी सम्पर्क बढ़ रहे हैं, नए क्षेत्रों में भी फैल रहे हैं. हम वियतनाम के साथ अपने संबंधों को लॉन्ग टर्म और सामरिक दृष्टि से देखते हैं.”
वियतनाम के पीएम से बात करते हुए पीएम ने आएगी कहा कि, ”आज विश्व की चुनौतियों से निपटने के लिए हम अपने मूल्यों को साझा कर सकते हैं. अगले वर्ष दोनों ही देश संयुक्त राष्ट्र संघ की सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्य होंगे. इसलिए वैश्विक मंच पर हमारी साझेदारी का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, ”ये खुशी की बात है कि आज दोनों देश एक जॉइंट विजन डॉक्यूमेंट रिलीज कर रहे हैं. इसके साथ-साथ दोनों देशों के बीच की साझेदारी का 2021 से 2023 के लिए एक्शन-प्लान जारी कर रहे हैं. हमारे लोग और समृद्धि पूरी दुनिया को हमारे रिश्ते के बारे में एक मजबूत सन्देश देगी.हमारी बातचीत के अलावा 7 महत्वपूर्ण एग्रीमेंट भी आज दोनों देशों के बीच साइन हुए हैं. इनमें अलग-अलग क्षेत्रों के विषय शामिल हैं जैसे रक्षा, वैज्ञानिक शोध, न्यूक्लियर पॉवर, पेट्रो-केमिकल, सतत उर्जा और कैंसर का इलाज . हम सांस्कृतिक संवाद के क्षेत्र में भी काम करने की कोशिश कर रहे हैं. ये सब दिखाता है कि दोनों देशों के बीच सहयोग की कितनी संभावनाएं हैं.”