4 महीनें शिव के हाथों में रहेगी सृष्टि की डोर, इन वस्तुओं से करें शिव की पूजा, होगी हर मनोकामना पूर्ण

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By Swati BisenPublished On: July 5, 2025
Chaturmas 2025

सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यंत पावन माना गया है। यही वो समय है जब चातुर्मास की शुरुआत होती है, यानी वह विशेष चार महीने जिनमें तप, भक्ति, पूजा-पाठ और संयम का विशेष महत्व होता है। यह महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है क्योंकि यही वो समय था जब शिव ने समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष का पान कर सृष्टि की रक्षा की थी। इसलिए सावन में शिव की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है।

भोलेनाथ, जिन्हें देवों के देव महादेव कहा जाता है, अपने भक्तों पर सहज ही कृपा करने वाले माने जाते हैं। वे सहज, सरल और जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। यही कारण है कि सावन और चातुर्मास का यह अवसर शिव को प्रसन्न कर इच्छित फल प्राप्त करने का उत्तम समय माना जाता है। अगर आप जीवन में सकारात्मक बदलाव चाहते हैं, तो इन चार महीनों में शिव की सच्ची भक्ति और पूजा आपके लिए वरदान सिद्ध हो सकती है।

भगवान शिव को प्रिय हैं ये 10 वस्तुएं

शिव की पूजा करते समय अगर उन्हें उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित की जाएं, तो वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं वे 10 विशेष चीजें, जिनसे आप भोलेनाथ को खुश करके उनके आशीर्वाद के पात्र बन सकते हैं:

जल (पवित्र जल)

शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन और स्वभाव शांत होता है। यह हमारी सोच को स्थिर और व्यवहार को कोमल बनाता है।

दूध (दुग्ध)

शिवलिंग पर दूध चढ़ाना उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक माना गया है। यह आरोग्यता और दीर्घायु का आशीर्वाद दिलाता है।

दही

दही से शिव का अभिषेक करने से स्वभाव में गंभीरता और संतुलन आता है। यह मानसिक स्थिरता प्रदान करता है।

शक्कर

शक्कर अर्पित करने से सुख-समृद्धि और पारिवारिक सुख में वृद्धि होती है।

शहद

शहद शिव को अर्पित करने से वाणी में मधुरता आती है और सामाजिक व्यवहार में आकर्षण बढ़ता है।

घी (घृत)

घी चढ़ाने से आत्मबल और शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है। यह शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है।

इत्र (सुगंध)

शिव को इत्र अर्पित करने से विचारों में पवित्रता आती है। यह मानसिक शुद्धि और सकारात्मकता प्रदान करता है।

चंदन

चंदन का लेप शिवलिंग पर करने से व्यक्ति को सम्मान, प्रतिष्ठा और सामाजिक मान्यता मिलती है।

भांग

भांग महादेव की प्रिय वस्तु मानी जाती है। इसे अर्पित करने से मानसिक विकार, नकारात्मकता और आंतरिक बुराइयों का नाश होता है।

केसर

शिव को केसर चढ़ाने से स्वभाव में शांति और सौम्यता आती है। यह तेज और सौंदर्य का प्रतीक है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।