अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का बुधवार को 60 साल की उम्र में निधन हो गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉयटर्स के हवाले से जानकारी दी है कि माराडोना का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है। बता दें कि माराडोना को अपने घर पर ही हार्ट अटैक आया था।
दो सप्ताह पहले ही उन्हें ब्रेन में क्लॉट की वजह से सर्जरी करवानी पड़ी थी। माराडोना ने 30 अक्तूबर को अपना 60वां जन्मदिन मनाया था। चार फीफा विश्व कप खेल चुके माराडोना ने अपनी कप्तानी में अर्जेंटीना को 1986 में विश्व कप जीत दिलाई थी।
हैंड आफ गॉड के नाम से मशहूर थे डिएगो माराडोना
फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में मैराडोना के दो गोल से अर्जेंटीना 2-1 से जीता था, लेकिन उनके दोनों गोल चर्चा में रहे थे। इनमें से खासकर पहला गोल काफी विवादित रहा था। बता दें कि अर्जेंटीना ने 1986 से पहले 1978 में अपनी मेजबानी में भी खिताब पर कब्जा जमाया था।
गेंद मैराडोना के हाथ से लगकर गोल पोस्ट में गई थी पर रेफरी इसे देख नहीं सके और इसे गोल मान लिया गया। मैराडोना ने इसे भगवान की मर्जी बताते हुए इसे ‘हैंड ऑफ गॉड’ नाम दिया था जोकि आज तक इसी नाम से मशहूर है। वहीं, इसके चार मिनट बाद ही उन्होंने ऐसा खूबसूरत गोल दागा जिसे सदी का सर्वश्रेष्ठ गोल (गोल ऑफ द सेंचुरी) कहा गया। मैराडोना ने इंग्लिश गोलकीपर सहित पांच खिलाड़ियों को चकमा देते हुए यह गोल किया था। मैराडोना ने टूर्नामेंट में कुल पांच गोल किए थे।