दिल्ली पुलिस (Delhi Police) क्राइम ब्रांच ने 100 करोड़ की ठगी के आरोपी ओमा राम मारवाड़ी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 50 से अधिक ठगी से संबंधित मामले दर्ज हैं। आरोपी ओमा राम मारवाड़ी बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF) में रसोइया रह चुका है। इतने बड़े पैमाने पर ठगी करने वाला आरोपी ओमा राम मारवाड़ी बहुत ही शातिर प्रवृति का बताया जा रहा है। आरोपी की आयु 38 वर्ष के लगभग बताई जा रही है।
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2004 से 2006 तक रहा बीएसएफ में
जानकारी के अनुसार 100 करोड़ की ठगी का आरोपी ओमा राम मारवाड़ी वर्ष 2004 से वर्ष 2006 तक बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF) में रसोइया के रूप में नियुक्त रह चुका है। जिसके बाद अपने अमीर बनने की महत्वकांशा के चलते उसने बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी। 2007 में उसके द्वारा एक सिक्योरिटी एजेंसी शुरू की गई, जिसमें 60 गार्डों की भर्ती उसके द्वारा की गई। बाद में यह सिक्योरिटी कम्पनी उसके द्वारा बेच दी गई। 2009 में ओमा राम के द्वारा एक लिमिटेड कम्पनी शुरू की गई, जिसमें मेनेजिंग डायरेक्टर के रूप में उसने खुद को नियुक्त किया ।
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46 मामलों में घोषित किया जा चुका है भगोड़ा
जानकारी के अनुसार 100 करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपी ओमा राम मारवाड़ी को 46 मामलों में भगोड़ा घोषित किया गया है, जबकि 49 मामलों में आरोपी की तलाश राजस्थान पुलिस को है । आरोपी अब तक कई बार अपना नाम और ठिकाना बदल कर पुलिस विभाग को धोका दे चुका है। दिल्ली पुलिस के द्वारा लम्बे समय तक की गई कोशिशों के बाद आरोपी ओमा राम मारवाड़ी को गिरफ्तार किया जा सका है।