इंदौर : संस्था जन आक्रोश के बैनर तले केंद्रीय मंत्री गडकरी करेंगे ट्रैफिक समस्या पर बात

Author Picture
By Suruchi ChircteyPublished On: July 28, 2022

इंदौर(Indore) : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पिछले कुछ सालों से संस्था जन आक्रोश के बैनर तले देश के प्रमुख शहरों में जाकर ट्रैफिक की समस्या पर बात करना है। अभी तक आठ राज्यों में उनके कार्यक्रम हो चुके हैं। अब एक अगस्त को इंदौर में हैं। पुणे के कुछ लोगों ने मिलकर जन आक्रोश संस्था बनाई है। जिसके सर्वे सर्वा पर्दे के पीछे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी है।


यह संस्था लापरवाह वाहन चालकों को चेतावनी देने के लिए समय-समय पर अलग-अलग दुर्घटनाओं के वीडियो जारी करती है। बड़े शहरों के स्कूल और कॉलेज में जाकर स्टूडेंट को समझाइश दी जाती है। हाईवे पर ट्रक वालों को समझाया जाता है। इसके अलावा ट्रैफिक जागरूकता के लिए लगातार कार्यक्रम करते रहते हैं।पुणे की जन आक्रोश संस्था को ट्रैफिक में काम करने के लिए बेस्ट संस्था का अवार्ड भी मिल चुका है। इस संस्था से जुड़े इंदौर के सुधीर दास व तरुण मिश्र ने एक अगस्त को रविंद्र नाट्य ग्रह में दोपहर ढाई से साढ़े चार तक कार्यक्रम रखा है।

Read More : राजस्थान : हनुमानगढ़ में गौहत्या से आक्रोश, इंटरनेट बंद और कई क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू

इंदौर को सड़क सुरक्षा में नंबर वन बनाने के लिए आयोजित इस कार्यशाला के कार्यक्रम में गडकरी पूरे समय रहेंगे। उनके अलावा सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल लददड सचिव कासरवेडीकर भी रहेंगे। स्कूल कॉलेज के बच्चों को कार्यक्रम में बुलाया है। कई कॉलेज इस संस्था के साथ मिलकर ट्रैफिक जागरूकता के लिए काम करेंगे। गडकरी के सामने इंदौर के ट्रैफिक का हाल बताया जाएगा।

Read More : प्रधानमंत्री से बोली 8 साल की आहना, आप लोकसभा में नौकरी करते हो।

मल्टी स्टोरी में पार्किंग नहीं होने का मुद्दा भी उठाएंगे। इसके अलावा सड़कों की चौड़ाई के मुद्दों पर भी बात होगी। सूत्रों का कहना है कि वास्तव में गडकरी की इंदौर यात्रा सिर्फ इसी कार्यक्रम के लिए तय हुई थी। उसके बाद उनके अफसरों ने सड़कों का कार्यक्रम ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में रख लिया। गडकरी इसी संस्था के बैनर पर ट्रैफिक के मुद्दे पर बात करने के लिए देशभर में जा रहे हैं। इंदौर को स्वच्छता के साथ ही ट्रैफिक में नंबर वन बनाने के लिए यह संस्था अब लगातार काम करेगी। जिसमें दो दर्जन से ज्यादा स्थानीय लोग जुड़ गए हैं।