नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर का आरोप, शिकायत करने वाला आरएसएस से जुड़ा, हमने पुलिस को दिए 700 से ज्यादा दस्तावेज

इंदौर। नर्मदा बचाव आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने कहा उनके तथा अन्य साथियों के खिलाफ पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत झूठी है। शिकायत से जुड़े कोई प्रमाण न तो पुलिस के पास है और न ही हमें दिए जा रहे।जबकि हमने 700 पेजी दस्तावेज सौंप दिया है जो उस झूठी शिकायत की सच्चाई बताने के लिए पर्याप्त है। पूर्शाव महाधिवक्ता आनंद मोहन माथुर के 95वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह में शामिल होने आईं मेधा पाटकर का सवालों के जवाब में कहना था करोड़ों के गबन संबंधी जो शिकायत की है तो पाई-पाई का हिसाब है हमारे पास, वही सारे दस्तावेज पुलिस/एसआईटी कोसौंप दिए हैं। जो शिकायतकर्ता है वह राजपुर का है और आरएसएस, विद्यार्थी परिषद से जुड़ा है।

मेधा ने माना कि यह केस तो एक बहाना है दरअसल मप्र और गुजरात सरकार की दुर्भावना है। हम नर्मदा बांध की ऊंचाई को लेकर तब से मैदानी लड़ाई लड़ रहे हैं जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे। गुजरात में बांध की ऊंचाई 139 मीटर करने की जिद में गुजरात से लगे मप्र के गांव डूब में तो आए ही जमीन और मुआवजे में भी पारदर्शिता नहीं रखी गई। विस्थापित आज भी सरकारी विभागों के असहयोग से परेशान है। गुजरात में नर्मदा बांध का पानी 110 मीटर तक ही पहुंचा है, जबकि जिद में ऊंचाई 139 की गई, हम इसका पहले दिन से विरोध कर रहे हैं। दान में मिले फंड के दुरुपयोग संबंधी शिकायत को उन्होंने बांध विरोधी आंदोलन से जुड़े लोगों को मानसिक संत्रास देना बताया।दान में मिली इस राशि का उपयोग गांवों के स्कूली बच्चों की शैक्षणिक जरूरतों के लिए ही किया जा रहा है। उन्होंने इस आरोप को गलत बताते हुए कहा कि उनके पास खर्चों का पूरा लेखा-जोखा और ऑडिट है और ये आरोप राजनीतिक कारणों की वजह से लगाए गए हैं।

मेधा औऱ 11 अन्य पर दर्ज एफआईआर में आरोप है दान में मिले फंड के गलत इस्तेमाल का मध्यप्रदेश में नर्मदा बचाव आंदोलन की नेता मेधा पाटकर और 11 अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।इन लोगों पर दान में मिले फंड का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। यह एफआईआर बड़वानी जिले में एक ग्रामीण की शिकायत पर दर्ज की गई है।आरोप है कि मेधा पाटकर और अन्य आरोपियों ने आदिवासी छात्रों के लिए शैक्षिक सुविधाओं के प्रबंध के लिए इकट्ठे किए गए फंड का इस्तेमाल ‘राजनीतिक और राष्ट्र विरोधी एजेंडे’ के लिए किया।इस मामले में बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला कह चुके हैं कि यह शिकायत ग्रामीण प्रीतम राज द्वारा दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि मुंबई में रजिस्टर्ड नर्मदा नवनिर्माण अभियान ट्रस्ट (एनएनए) ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नर्मदा घाटी के आदिवासी छात्रों के लिए आवासीय शैक्षणिक सुविधाएं चलाने के लिए इकट्ठे हुए धन का दुरुपयोग किया है।

नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर का आरोप, शिकायत करने वाला आरएसएस से जुड़ा, हमने पुलिस को दिए 700 से ज्यादा दस्तावेज