रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुई जंग का आज यानी बुधवार को 14वा दिन हैं। Russia ने इस बीच Ukraine के कई शहरों को ख़ाक में मिला दिया हैं। इस युद्ध में अभी तक सबसे ज्यादा नुकसान यूक्रेन ने ही झेला हैं। वहां से आ रही तस्वीरों को देखकर लगता हैं कि रूस ने Ukraine को पूरी तरह से तबाह कर दिया हैं। हालांकि इसके बावजूद भी यूक्रेन ने अभी तक हथियार नहीं डाले हैं। वहां के राष्ट्रपति जेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) लगातार अपने नागरिकों और सेना को उम्मीद दे रहें हैं कि हम हार नहीं मानेंगे।
लेकिन एक निजी चैंनल को दिए गए इंटरव्यू में यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelensky ने उस मांग को छोड़ देने की बात कह दी जो इस युद्ध का एक बड़ा कारण हैं। Zelensky के ऐसा करने के बाद चर्चाएं शुरू हो गई कि क्या यूक्रेन ने हार मान ली? क्योंकि इससे पहले तो यूक्रेन के राष्ट्रपति किसी भी कीमत पर झुकने और हथियार डालने के पक्ष में नहीं थे। हालांकि उनका अभी भी कहना हैं कि वे उस देश का राष्ट्रपति बिल्कुल बनना पसंद नहीं करेंगे जो किसी के सामने घुटने टेककर सुरक्षा की भीख मांगे।
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दरअसल पिछले कई दिनों से यूक्रेन कई यूरोपीय और नाटो देशों से सहायता की गुहार लगा रहा था। लेकिन शक्तिशाली रूस की धमकियों के चलते कोई भी देश प्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन की मदद नहीं कर रहें थे। जिसके बाद अब यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी अपनी एक जिद छोड़ दी हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन अब NATO में शामिल होंने की मांग नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि हमें अंदेशा था कि नाटो (NATO) देश हमें उनके संगठन में स्वीकार नहीं करेंगे। इसलिए हम इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। और इसके बारें में नहीं सोचते। साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दो प्रांतों लुहांस्क और डोनेत्स्क जिनकों रूस ने युद्ध शुरू होने से पहले स्वतंत्र घोषित कर दिया था, के बारे में बोलते हुए कहा कि यूक्रेन रूस से इन प्रांतों को लेकर भी समझौता करने को तैयार हैं।