चीन से तनाव के बीच नौसेना करेगी फायरिंग ड्रिल, कांप उठेगा दुश्मन

Share on:

 

नई दिल्ली: चीन से चल रहे तनाव के बीच भारतीय नौसेना अपनी ताकत दिखाएगी। गोवा के समुद्री तट पर नौसेना फायरिंग ड्रिल करने जा रही है। 10 सितंबर को होने वाली इस ड्रिल में प्रमुख तौर पर 105 मिमी लाइट फील्ड गन और 40/60 एंटी-एयरक्राफ्ट गन की फायरिंग टेस्ट किया जाएगा। नौसेना की इस ड्रिल को देखते हुए
इस समुद्री इलाके से सभी जहाजों और मछुआरों को दूर रहने की चेतावनी दी गई है।

यह सारे परीक्षण गोवा के मोरमुगाओ और हेडलैंड साडा में किए जाएंगे। फायरिंग ड्रिल 10 सितंबर को सुबह 9 से 1 बजे के बीच की जाएगी। डेंजर ज़ोन मोरमुगाओ हेडलैंड फ्लैग स्टाफ की स्थिति से 220 से 260 डिग्री की दूरी पर स्थित है, जो समुद्र में 15 समुद्री मील की दूरी तक और 7100 मीटर की ऊंचाई तक है। यहीं से सभी परीक्षणों पर नजर रखी जाएगी।

परीक्षण को जारी रखने की अवधि के दौरान फायरिंग के सुचारू संचालन के लिए और सार्वजनिक सुरक्षा, नौवहन, बंदरगाह शिल्प, मछली पकड़ने/अन्य जहाजों और सामान्य जनता से अनुरोध किया गया है वो नेवल कोस्टल बैटरी और डेंजर जोन से दूर रहें।

105 लाइट फील्ड गन को भारत ने साल 1972 में बनाया था। यह बोफोर्स तोप का छोटा वर्जन है। इसका वजन करीब 3400 किलोग्राम होता है, लंबाई करीब 20 फीट, चौड़ाई 7.3 फीट और ऊंचाई 5.8 फीट होती है। इस तोप से दागा गया गोला करीब 11 किलोमीटर की रेंज तक दुश्मन को धूल चटा देता है। इसके गोला 475 मीटर प्रति सेकेंड की गति से जाता है।

40/60 AA Gun यानी एंटी-एयरक्राफ्ट गन. यह एक ऑटोमैटिक लड़ाकू विमान रोधी तोप है जो बेहद तेजी से फाइटर जेट्स पर गोले दागती है। इसका गोला करीब एक किलो का होता है। यह एक मिनट में 240 से 330 गोले दाग सकती है। इसके गोले की रेंज 7 से 12 किलोमीटर तक होती है। इसे जमीन, युद्धपोत या बमवर्षकों में भी लगाया जा सकता है।