शिशिर सोमानी
दिल्ली। हिंदुस्तान में मीडिया पर आरोप लगते रहते हैं, पर सरहद पार भी हालात कुछ अच्छे नहीं है। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज खान के दौरे और यात्राओं की अच्छी कवरेज न होने से वे खफा हो गए।
पाकिस्तान के सरकारी चैनल ‘पीटीवी’ पर इसकी गाज गिरी। चैनल के 17 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि नई तकनीक वाले लैपटाप नहीं होने के कारण कर्मचारी प्रधानमंत्री का कार्यक्रम कवर नहीं कर पाए। मालूम हो कि नव निर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज ने पिछले सप्ताह लाहौर में कोट लखपत जेल और रमजान बाजार का दौरा किया था।
समाचार पत्र द ‘डॉन’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) की टीम फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफटीपी) के जरिये वीडियो फुटेज अपलोड करने में नाकाम रही क्योंकि इस टीम के पास इस काम के लिए जरुरी मशीनें और सॉफ्टवेयर ही नहीं है।
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खबर में कहा गया है कि मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार, पत्रकारों और निर्माताओं की एक वीवीआईपी टीम प्रधानमंत्री के कवरेज के लिए जिम्मेदार होती है। यह कोर टीम इस्लामाबाद में तैनात है और देश और विदेश में प्रधानमंत्री के साथ जाती है।
जब पीटीवी के लाहौर केंद्र को यात्रा के बारे में सूचित किया गया, तो उसने पीटीवी मुख्यालय को एक उन्नत लैपटॉप प्रदान करने के लिए कहा। इससे पहले 18 अप्रैल को भी यह अनुरोध किया गया था, लेकिन पीटीवी ने इसपर ध्यान नहीं दिया।
ऐसे में लाहौर केंद्र ने एक अधिकारी के निजी लैपटॉप की व्यवस्था की। कवरेज के बाद, जब टीम ने फुटेज प्रसारित करने की कोशिश की, तो पाया कि लैपटॉप की बैटरी खत्म हो गई।