गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार ही विधानसभा चुनाव लड़ रहे है। भाजपा ने उन्हें गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारा है। यहां विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि योगी का गोरखपुर से पुराना नाता रहा है। योगी का मूल नाम अजयसिंह बिष्ट है और उनका जन्म 5 जून 1972 में हुआ था। गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के वे महंत रहे है और वहीं से उन्होंने राजनीतिक जीवन की पारी खेलने की शुरूआत की थी।
इन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यहाँ के 21 वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे। आदित्यनाथ गोरखनाथ मन्दिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी नेता की है।
तब इनकी उम्र केवल 26 वर्ष थी –
सबसे पहले 1998 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े और जीत गए। तब इनकी उम्र केवल 26 वर्ष थी। वे बारहवीं लोक सभा 1998-99 के सबसे युवा सांसद थे। 1999 में ये गोरखपुर से पुनः सांसद चुने गए। 2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता। 2009 में ये 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2014 में पांचवी बार एक बार फिर से दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर ये सांसद चुने गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए। इसमें योगी आदित्यनाथ से काफी प्रचार कराया गया, लेकिन परिणाम निराशाजनक रहा।
एक हेलीकॉप्टर भी दिया गया
2017 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योगी आदित्यनाथ से पूरे राज्य में प्रचार कराया। इन्हें एक हेलीकॉप्टर भी दिया गया। आदित्यनाथ के भारतीय जनता पार्टी के साथ रिश्ता एक दशक से पुराना है। इससे पहले उनके पूर्वाधिकारी तथा गोरखनाथ मठ के पूर्व महन्त, महन्त अवैद्यनाथ भी भारतीय जनता पार्टी से 1991 तथा 1996 का लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं ।