शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को संसद में राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता “नकली हिंदुत्व” की विचारधारा से सहमत नहीं हैं।
उनके ये शब्द विपक्ष के नेता राहुल गांधी की टिप्पणी के एक दिन बाद आये हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि, “मोदीजी हिंदुत्व नहीं हैं, भाजपा हिंदुत्व नहीं है, आरएसएस हिंदुत्व नहीं है”, जिसके बाद संसद में हंगामा मच गया था।
‘हिन्दुत्व का मतलब नफ़रत फैलाना नहीं’
राउत ने कहा कि हिंदुत्व का मतलब नफरत फैलाना नहीं है। राउत ने जोर देकर कहा, “हम भाजपा द्वारा दिखाए जा रहे नकली हिंदुत्व से सहमत नहीं हैं।” यूबीटी नेता ने आगे कहा कि हिंदुत्व एक बहुत व्यापक शब्द है। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदुओं को उनकी टिप्पणियों का सार समझने के लिए एक बार फिर से भाषण सुनना चाहिए।
‘हिंदुओं और हिंदू समुदाय के बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा’
संजय राउत ने आगे कहा, “राहुल गांधी जी ने हिंदुओं और हिंदू समुदाय के बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि मोदी जी हिंदुत्व नहीं हैं और भाजपा संपूर्ण हिंदू समुदाय नहीं है।” संजय राउत ने आगे कहा, महाराष्ट्र के हालात का हवाला देते हुए अपने बयान को सही ठहराया। उन्होंने बताया कि कैसे भाजपा अक्सर शिवसेना पर हिंदुओं को छोड़ देने का आरोप लगाती है। हालांकि, राउत ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा नहीं किया है।
‘मैंने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा… BJP छोड़ा हैं’
राउत ने आगे कहा, “मैंने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है। मैंने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया है।” उन्होंने कहा कि हिंदुत्व संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है, न कि नफरत फैलाने का जरिया।सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण पर तीखी बहस हुई। भाजपा नेताओं ने गांधी पर सदन को गुमराह करने और कथित तौर पर हिंदू समुदाय को हिंसक बताने का आरोप लगाया।