द्वारा ई-रजिस्ट्री ने एग्री लोन तक पहुंच बढ़ाने के लिए लॉन्च किया माइक्रो एलएपी, बांटा गया 150 करोड़ रुपये से ज्यादा लोन

द्वारा ई-रजिस्ट्री ने माइक्रो लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (Micro LAP) की शुरुआत की है, जो छोटे किसानों और कृषि से जुड़े लोगों को संपत्ति के बदले सुरक्षित और दीर्घकालिक कर्ज उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

Abhishek Singh
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द्वारा ई-रजिस्ट्री ने एग्री लोन तक पहुंच बढ़ाने के लिए लॉन्च किया माइक्रो एलएपी, बांटा गया 150 करोड़ रुपये से ज्यादा लोन

द्वारा ई-रजिस्ट्री ने माइक्रो लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी नाम का नया उत्पाद शुरू किया है। यह एक बड़ा कदम है, जिसका मकसद छोटे और सीमांत किसानों सहित कृषि क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों को सुरक्षित, संपत्ति-समर्थित कर्ज उपलब्ध कराना है।

माइक्रो एलएपी के जरिए किसान और कृषि से जुड़े लोग अपनी अचल संपत्तियों (जैसे जमीन या घर) के बदले कर्ज ले सकते हैं। इससे वे अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं, आय के नए सोर्स बना सकते हैं और जीवन को ज्यादा स्थिर बना सकते हैं।

यह उत्पाद अब तक दिए जाने वाले छोटे और अल्पकालिक (कम अवधि वाले) एग्री लोन से आगे बढ़कर लंबी अवधि के सुरक्षित कर्ज की दिशा में एक अहम विस्तार है। इससे उन लोगों को भी बेहतर वित्तीय सेवाएं मिलेंगी जो अब तक पारंपरिक बैंकिंग और कर्ज सेवाओं से वंचित रहे हैं।

इस लॉन्च के साथ ही द्वारा ई-रजिस्ट्री ने कुल 150 करोड़ रुपये के लोन डिस्बर्समेंट का महत्वपूर्ण आंकड़ा पार कर लिया है। उन्होंने 5 राज्यों, 50 जिलों और 3,000 से अधिक गांवों में 250 से अधिक किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) के साथ मिलकर 33,000 से अधिक एग्री लोन दिए हैं।

द्वारा ई-रजिस्ट्री के को-फाउंडर और सीईओ सैयद तारिक आलम का कहना है कि माइक्रो एलएपी का लॉन्च हमारी क्रेडिट प्रोडक्ट का एक स्वाभाविक विस्तार है। हम ऐसे वित्तीय समाधान बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो जमीनी, बड़े पैमाने पर लागू होने योग्य और समावेशी हों। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि एग्री वैल्यू चेन (कृषि मूल्य श्रृंखला) के सदस्यों, खासकर छोटे और सीमांत किसानों को न केवल लोन मिले, बल्कि सही समय पर और सही शर्तों पर सही तरह का लोन मिले।

द्वारा ई-रजिस्ट्री के काम करने का मुख्य तरीका एक ऐसा प्लेटफार्म मॉडल है, जो वित्तीय सेवाओं और कृषि से जुड़ी सप्लाई चेन सेवाओं को एक साथ जोड़ता है। इसका मकसद छोटे किसानों और कृषि उद्यमियों को बाजार, एडवाइजरी सेवाओं और औपचारिक वित्तीय संस्थाओं (जैसे बैंक) से बेहतर और फायदेमंद तरीके से जोड़ना है।

खेतस्कोर (KhetScore) जैसी तकनीक, जो कि एआई और सैटेलाइट पर आधारित एक क्रेडिट स्कोरिंग सिस्टम है, बैंकों और कर्जदाताओं को यह मदद देती हैं कि वे दूर से ही खेत की स्थिति को समझ सकें, जैसे फसल की सेहत, जमीन का उपयोग और सिंचाई का तरीका। यह उन जगहों पर फैसले लेने में मदद करता है, जहां पारंपरिक जानकारी मिलना मुश्किल होता है।

इसके साथ ही, दूरदृष्टि (Doordrishti) है, जो द्वारा ई-रजिस्ट्री का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है. यह किसान उत्पादक संगठन (FPO), किसानों, कृषि-सामग्री देने वालों, खरीदारों और कर्जदाताओं को आपस में जोड़ता है. इससे कृषि से जुड़ा पूरा सिस्टम ज्यादा पारदर्शी, जुड़ा हुआ और असरदार बनता है।

जैसे-जैसे द्वारा ई-रजिस्ट्री माइक्रो एलएपी को नए इलाकों तक ले जा रही है, वह अपने इस मिशन पर कायम है कि वह किसानों और कृषि से जुड़े लोगों को पूरी तरह वित्तीय सहायता और बाजार तक पहुंच देकर उन्हें लाभ कमाने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना करने के लिए सक्षम बनाए।