उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में 15 सौ रुपये देकर गर्भगृह में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का हंगामा रोज सामने आ रहा है। इसको लेकर प्रशासन ने बैठक की और लिया निर्णय गया कि सीमित समय के लिए श्रद्धालुओं को गर्भगृह में दर्शन कराया जाएगा। गर्भगृह में फोटोग्राफी को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
साथ ही पंडे पुजारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वह 2 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन करा कर बाहर करें, ताकि दूसरे श्रद्धालुओं को भी मौका मिल सके। पीछे से दर्शन करने वालों को कोई असुविधा ना हो।
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि भीड़ प्रबंधन को दृष्टिगत रखते हुए अहम फ़ैसले लिए गए है। टिकिट से गर्भगृह और नंदी हॉल में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के फ़ोन पहले ही लॉकर में रखवा लिए जाएँगे। ताकि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की गति निर्बाध रह सके। फ़ोटोग्राफ़ी पर प्रतिबंध सिर्फ़ गर्भगृह और नंदी हॉल से ही रहेगा।
इसके अतिरिक्त आने वाले सप्ताह में टिकिट आधारित व्यवस्था में श्रद्धालु का फ़ोटो लेकर क्यू आर कोड अंकित स्लीप दी जाएगी। जिसे अगले प्रवेश द्वार पर स्कैन भी किया जाएगा।