विश्व प्रसिद्ध उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन और भस्म आरती की अनुमति के नाम पर श्रद्धालुओं से ठगी की घटनाओं में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। ऐसा ही एक मामला रविवार 14 अप्रैल को सामने आया। मंदिर समिति कार्यालय में भस्मारती अनुमति के नाम पर निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूलने की लिखित शिकायत प्राप्त हुई। शिकायत में श्रद्धालु नागोजू सत्यनारायण ने बताया कि वह 10 अप्रैल को रेलवे स्टेशन के पास एसबीआई बैंक के सामने आंध्रा आश्रम में ठहरे थे।
होटल में श्रद्धालुओं की मुलाकात पुजारी कैलाश गुरु के सेवक रोमीन शर्मा मोहम्मद से हुई। 9131189007 पर प्रति व्यक्ति 2,000 रुपये की दर से 7 व्यक्तियों के लिए फोनपे के माध्यम से कुल 14,000 रुपये दिये गये। इसमें होटल मालिक भी शामिल था।
श्रद्धालु जो ठगी का शिकार हुए ने क्या कहा ?
आंध्रप्रदेश से आए श्रद्धालु नागोजू ने बताया कि वे सात सदस्यों के साथ श्रीमहाकालेश्वर दर्शन के लिए उज्जैन आए हैं। यहां आंध्र आश्रम में रुके। यहीं पर पुजारी कैलाश गुरु के सेवक रोमीन शर्मा ने उनसे संपर्क किया। भस्म आरती की अनुमति के लिए सात लोगों ने फोन पर 14 हजार रुपए का भुगतान किया था। रात को जब हम मंदिर पहुँचे तो आम दर्शनार्थियों की कतार में खड़े हो गये। जिससे 65 वर्षीय बुजुर्ग पिता और एक साल के बच्चे वाला परिवार संकट में पड़ गया। स्क्रीन पर भी नहीं दिखे भगवान महाकाल। श्रद्धालु ने बताया कि यहां रहने, खाने और दर्शन के नाम पर धोखाधड़ी होती है। इसलिए मंदिर प्रशासन से शिकायत की गई है कि अन्य श्रद्धालुओं को लूटा न जाए।