इंदौर। श्री रामकथा आपके जीवन में एक ऐसा बदलाव लाएगी जिससे आप इस कथा को जितना ज्यादा सुनेंगे उतना आपका कल्याण होगा। शिव बाबा और सती माता भी कभी अगस्त ऋषि के आश्रम में रामकथा को सुनने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि राम कथा ही आपके जीवन की सब व्यथाओं का नाश करती है। यह बात सांवेर में नौ दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन पूज्य प्रेमभूषण जी महाराज ने व्यासपीठ से कथा वाचन करते हुए कहीं।
जीवन सबका स्वार्थ कभी एक समान नहीं होता है
पूज्य प्रेमभूषण जी महाराज ने कहा कि हम जिसके साथ रहते है उससे हमारी नहीं पटती। वहीं हम जिससे दूर रहते है उसे हमारी ज्यादा पटती है। आज के समय में रिश्ते निभाना बहुत जरूरी है। हम जिंदगीं में छोटी छोटी बातों का अभिमान ले लेते है। शिव और सती के जीवन से जुड़े कई अद्भुत क्षणों को भी राम कथा के दौरान भक्तों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि मेरी आप सभी से प्रार्थना है कि जीवन में केवल उसकी बात मानों जो आपसे सर्वश्रेष्ठ है। जीवन में केवल दुख नहीं बल्कि सुख में भी राम का भजन करें। उन्होंने कहा कि आज के समय में विवाह हो या कोई आयोजन हर बार हर व्यक्ति के अलग-अलग स्वार्थ होते है। मेरा मानना है कि जीवन सबका स्वार्थ कभी एक समान नहीं होता है।
हर बार चुप रहेंगे तो भोले की तरह विषपान करना होगा
उन्होंने कहा कि शिव बाबा का उदाहरण देते हुए समझाया कि जीवन में हर वक्त केवल चुप रहकर हर बात को सहन करना भी ठीक नहीं है। जैसे समुद्र मंथन के दौरान भोले ने चुपचाप विष का प्याला पी लिया। यदि आप जीवन में चुप रहेंगे तो आपके कोटे में विष ही आएगा। झगड़ालु व्यक्ति के पास कभी कोई विष लेकर नहीं जाता है केवल शीलवान व्यक्ति की विष चुप रहकर पी लेते है।
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श्रीराम चौराहा होना चाहिए नाम
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पूज्य प्रेमभूषण जी महाराज का आभार मानते है कि सांवेर में उन्होंने रामकथा की अनुमति दी। आज आप स्वच्छता के नगर और उद्योग,धर्म के साथ आर्थिक नगरी इंदौर में कथा के लिए आए है। आज हर भक्त की आवाज सांवेर से अयोध्या जाना चाहिए। श्री रामकथा के साथ सांवेर के इस चौराहा का नाम श्रीराम चौराहा होना चाहिए।इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॅा. मोहन यादव, सांसद शंकर लालवानी,भाजपा के कई वरिष्ठ नेता सहित विभिन्न विशिष्ट जन कथा को सुनने के लिए सांवेर रामकथा स्थल पर पहुंचे।