Udaipur Murder: उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल के मर्डर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. घटना को लेकर तरह-तरह की जानकारी सामने आ रही है और इसी बीच दोनों आरोपियों का पाकिस्तान से कनेक्शन सामने आया है. राजस्थान के गृह मंत्री राजेंद्र यादव ने इस बात की पुष्टि करते हुए यह कहा है कि यह मामला दो धर्मों की लड़ाई का नहीं है बल्कि आतंकी हमला है. दोनों आरोपियों में से एक हमलावर गौस मोहम्मद साल 2014 15 में 45 दिन तक कराची में ट्रेनिंग लेकर आया है.
यही नहीं यह जानकारी भी सामने आई है कि 2018-19 में गौस मोहम्मद अरब देशों में गया था. पिछले साल इसकी लोकेशन नेपाल में भी सामने आई थी. सीधे तौर पर इसका कनेक्शन पाकिस्तान से है जिसके चलते अब पूरा मामला नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है.
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शुरुआती जांच में इस बात की जानकारी सामने लगी है कि खौफनाक घटना को अंजाम देने वाले आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बर लगातार पाकिस्तान में बैठे हुए कुछ लोगों से संपर्क में थे और 8 से 10 नंबरों पर इनकी बात चल रही थी. इस घटना पर जांच करने के लिए NIA एसओजी की सहायता ले सकती है.
मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा है कि उदयपुर की एक घटना विदेशों में बैठे आतंकियों की करतूत है. जो भारत की शांति को खराब कर यहां मुस्लिम और हिंदू के बीच दंगे करवाना चाहते हैं. जिन पुलिसकर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर इन दोनों आरोपियों को पकड़ा है उन्हें गैलंट्री अवॉर्ड दिए जाने की बात भी उन्होंने कही है. साथ ही 5 पुलिसकर्मियों को प्रमोशन भी दिया जाएगा. मामले में मंत्री का कहना है कि यह घटना अचानक से हुई है, इसीलिए इंटेलिजेंस फेलियर नहीं माना जा सकता इस जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा होनी चाहिए.
मामले को लेकर राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने बताया कि टेलर कन्हैया लाल की हत्या को आतंकी घटना मानते हुए UAPA Act के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. दोनों आरोपियों के दूसरे देशों से संपर्क होने की जानकारी मिली है. बताया गया है कि मोहम्मद गौस 2014 में पाकिस्तान के कराची गया था और वह दावत-ए-इस्लामी नामक संस्था से जुड़ा हुआ है, जिसके उत्तर प्रदेश के कानपुर, दिल्ली और मुंबई में दफ्तर भी है.
बता दें कि उदयपुर के धानमंडी इलाके में मंगलवार दोपहर दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैया लाल की धारदार हथियार से हमला करते हुए हत्या कर दी थी. कपड़े सिलवाने के बहाने यह दोनों आरोपी दुकान पर आए थे. इन्होंने हत्या के बाद वीडियो शेयर करते हुए इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए टेलर कन्हैयालाल की हत्या करना कबूल किया है.