भोपाल के विषैले कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध करते हुए दो युवकों ने आत्मदाह करने की कोशिश की। उन्हें गंभीर हालत में इंदौर के चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शाम को नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिलकर उनकी स्थिति का जायजा लिया।
मंत्री विजयवर्गीय घायलों के परिजनों से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने डॉक्टरों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आग से झुलसे युवकों के इलाज में कोई कमी न हो। मंत्री ने यह भी कहा कि इलाज की सभी व्यवस्थाओं की देखरेख शासन द्वारा की जाएगी। मंत्री विजयवर्गीय अस्पताल में करीब आधे घंटे तक रहे।
बिना तीली जलाए कैसे लगी आग?
पीथमपुर में प्रदर्शन के दौरान राजू पटेल और राजकुमार नामक युवकों ने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। उनका एक साथी जेब से माचिस की तीली निकाल ही रहा था कि तभी अचानक आग लग गई।
आसपास खड़े लोग भी यह नहीं समझ पाए कि आग अचानक कैसे लगी। बताया जा रहा है कि तेज धूप और शरीर का तापमान बढ़ने के कारण आग लग गई। आग को आसपास खड़े लोगों ने बुझाया, लेकिन इस दौरान दोनों के चेहरे, पीठ और कंधे बुरी तरह झुलस गए।