एक बोरिंग को लेकर इंदौर विधानसभा क्षेत्र-3 के विधायक गोलू शुक्ला और वार्ड 64 के पार्षद मनीष शर्मा उर्फ मामा के बीच विवाद सामने आया है। पार्षद मामा ने इस मुद्दे पर नाराज़गी जताते हुए नगर निगम अधिकारियों को कड़ी चेतावनी तक दे डाली। बता दें कि पार्षद मनीष मामा कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला के गुट के हैं।
बगैर सूचना के नहीं होगा कोई काम
दो दिनों में लगातार दो बोरिंग कार्य सामने आने के बाद पार्षद मनीष शर्मा उर्फ मामा नाराज़ हो गए। हालांकि उन्होंने विधायक पर सीधे कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन नगर निगम अधिकारियों को तलब कर सख्त नाराजगी जताई। पार्षद ने स्पष्ट रूप से कहा कि क्षेत्र में कहां बोरिंग होनी चाहिए और कहां इसकी आवश्यकता है, यह निर्णय स्थानीय पार्षद का होता है। उन्होंने सवाल उठाया कि उनकी जानकारी के बिना बोरिंग कार्य क्यों किए जा रहे हैं। अभिनव नगर हॉस्टल वाला इलाका है, जहां पानी की उतनी गंभीर समस्या नहीं है, जबकि राधास्वामी क्षेत्र में जहां हाल ही में बोरिंग की गई, वहां पहले से ही एक बोरिंग मौजूद है। इसके पास के क्षेत्रों में लगातार बोरिंग की मांग उठ रही है, लेकिन वहां कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

मामा और निगम फिर आमने-सामने
हाल ही में पार्षद मनीष शर्मा उर्फ मामा और नगर निगम अधिकारियों के बीच गंभीर विवाद सामने आया था। एक बैठक के दौरान मामा ने अधिकारियों पर सार्वजनिक रूप से नाराज़गी जाहिर की थी। इसके जवाब में निगम अधिकारियों ने भी नाराजगी व्यक्त करते हुए निगमायुक्त को पत्र लिखकर यह स्पष्ट कर दिया कि वे पार्षद मामा के साथ काम करने में असमर्थ हैं।
बोरिंग पर बवाल, बढ़ी सियासी तकरार
सोमवार को वार्ड 64 के अभिनव नगर क्षेत्र में एक बोरिंग कार्य शुरू हुआ, जिसकी सूचना स्थानीय निवासियों ने पार्षद मनीष शर्मा उर्फ मामा को दी। जानकारी मिलते ही पार्षद ने अपने कार्यकर्ताओं को मौके पर भेजकर बोरिंग रुकवाने के निर्देश दिए। इस पर जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि बोरिंग विधायक गोलू शुक्ला के निर्देश पर करवाई जा रही थी। इसके पहले, राधास्वामी क्षेत्र में भी बीते दो दिनों में दो बोरिंग की जा चुकी थीं, जिनकी सूचना पार्षद को नहीं थी। स्थानीय लोगों ने पार्षद को बताया कि क्षेत्र में लगातार बिना अनुमति के बोरिंग हो रही है। सोमवार के बाद मंगलवार को भी इसी तरह की बोरिंग की गई, जिससे पार्षद ने इसे अवैध और जनप्रतिनिधि की अनदेखी बताया।