इंदौर मेट्रो का पहला दिन रहा हाउसफुल, 2500 यात्रियों ने किया सफर, लेकिन ऑटोमैटिक गेट नहीं दे सके साथ

इंदौर मेट्रो ने अपने पहले दिन 11 मिनट में 5.9 किमी की दूरी तय करते हुए लगभग 2500 यात्रियों को आधुनिक परिवहन सेवा का अनुभव दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया, जबकि तकनीकी समस्या के कारण ऑटोमैटिक गेट्स को मैन्युअली संचालित करना पड़ा।

Abhishek Singh
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अपने पहले ही दिन इंदौर मेट्रो ने 11 मिनट में 5.9 किमी की दूरी तय कर सफर की शुरुआत की। मेट्रो के पहले दिन तकरीबन 2500 यात्रियों ने इस आधुनिक परिवहन सेवा का अनुभव किया। लेकिन ऑटोमैटिक गेट्स में आई तकनीकी खराबी के चलते उन्हें मैन्युअली ऑपरेट करना पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भोपाल से वर्चुअली इंदौर मेट्रो का उद्घाटन किया। मेट्रो ने इसके कुछ ही मिनट बाद, दोपहर 12:09 बजे देवी अहिल्या बाई होल्कर टर्मिनल से अपनी पहली यात्रा की शुरुआत की।

करीब 12:20 बजे 11 मिनट के सफर के बाद यह वीरांगना झलकारी बाई स्टेशन पहुँची। वहाँ दो मिनट रुकी और फिर 12:22 बजे वापसी के लिए रवाना हुई। आखिरकार, 12:34 बजे मेट्रो अपनी शुरुआती मंज़िल पर वापस आ गई।

शाम के समय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर पहुंचे और उन्होंने मेट्रो में सफर किया। अब रविवार से यात्री सुबह 8 बजे से लगातार 12 घंटे तक मेट्रो की यात्रा कर सकेंगे। हालांकि, इस दौरान मेट्रो बीच-बीच के स्टेशनों पर भी रुकेगी, जिससे कुल यात्रा समय बढ़कर लगभग 23 मिनट हो जाएगा।

पहले दिन ऐसा रहा रिस्पांस

टिकटिंग व्यवस्था की स्थिति- मेट्रो के पहले सप्ताह में यात्रियों को निशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। पहले दिन टिकट जारी करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। दूसरे सप्ताह से यात्रियों को रियायती दरों पर टिकट मिलना शुरू होंगे। प्रारंभिक चरण में टिकट वितरण की प्रक्रिया मैन्युअल रूप से संचालित की जाएगी।

ढाई हजार लोगों ने किया मेट्रो का अनुभव- इंदौर मेट्रो के पहले दिन यात्रियों का उत्साह देखने लायक था। करीब 2,500 लोगों ने मेट्रो में सफर किया। पहली राइड दोपहर 12:09 बजे शुरू हुई और यह सेवा दोपहर 2 बजे तक जारी रही। इसके बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन पर मेट्रो को एक बार फिर शाम के समय चलाया गया। मेट्रो के पीआरओ हिमांशु ग्रोवर ने जानकारी दी कि रविवार से मेट्रो का संचालन प्रतिदिन रात 8 बजे तक किया जाएगा।

प्लेटफॉर्म गेट्स मैन्युअल रूप से किए गए संचालित- प्लेटफॉर्म पर लगे ऑटोमैटिक गेट्स तकनीकी कारणों से सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे। इसलिए उन्हें मौके पर मौजूद स्टाफ द्वारा हाथों से खोला और बंद किया गया। तकनीकी टीम के अनुसार, सेंसर की सेटिंग में गड़बड़ी के कारण गेट्स ऑटोमैटिक तरीके से सक्रिय नहीं हो पाए।

5.9 किलोमीटर की दूरी 11 मिनट में तय- पहले दिन, शनिवार को मेट्रो ट्रेन ने 5.9 किलोमीटर की दूरी मात्र 11 मिनट में पूरी कर ली थी। उस दौरान मेट्रो किसी भी स्टेशन पर रुकावट के बिना सीधे चली। हालांकि, रविवार से मेट्रो का कुल यात्रा समय बढ़कर 20 से 23 मिनट तक हो जाएगा। मेट्रो ट्रेन एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन के बीच की दूरी कम से कम 2 मिनट और अधिकतम 3 मिनट में तय करेगी। वहीं, प्रत्येक स्टेशन पर यात्रियों के चढ़ने और उतरने के लिए लगभग 2 मिनट का समय दिया जाएगा।

पहले दिन का अनुभव, यात्रियों की जुबानी

महिला सशक्तिकरण को मिली नई उड़ान- यात्री बिंदु चौहान ने कहा कि आज का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। उन्होंने याद दिलाया कि लगभग 300 साल पहले देवी अहिल्याबाई ने महिला सशक्तिकरण को महत्वपूर्ण स्थान दिया था। वर्तमान में, प्रधानमंत्री मोदी भी अहिल्या माता की इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं।

मेट्रो में सफर कर खुशी हुई- मेट्रो में यात्रा करने आईं पूजा शर्मा ने कहा कि पहली बार मेट्रो में बैठकर उनका अनुभव बेहद सुखद रहा। यह एक आधुनिक और नई सुविधा है, जिसके लिए वे मोदी जी का आभार व्यक्त करती हैं। उनका कहना था कि इंदौर में इस तरह की नई सुविधाएं लगातार आती रहनी चाहिए।

12 ज्योतिर्लिंगों के साथ मेट्रो यात्रा- मेट्रो में सवार शैलजा ने बताया कि अहिल्या माता की 300वीं जयंती के अवसर पर उन्होंने उनके सम्मान में भजन भी बनाया है। इसके साथ ही, उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग भी बनाए और अपने साथ लाए हैं। पहली बार मेट्रो में यात्रा करने के लिए 50 से अधिक महिलाओं का हमारा समूह 12 ज्योतिर्लिंग लेकर आया है।