Indore News : भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) अपने प्रतिभागियों को विश्व स्तरीय और प्रासंगिक शैक्षणिक पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम प्रदान करने के अपने लक्ष्य पर दृढ़ रहा है और सदैव प्रतिबद्ध है। यह दृढ़ता 13 सितंबर, 2021 को घोषित एफटी रैंकिंग और दो दिन पहले 11 सितंबर, 2021 को घोषित क्यूएस रैंकिंग में परिलक्षित हुई है। आईआईएम इंदौर को प्रबंधन श्रेणी में मास्टर्स (Masters in Management) के तहत अपने प्रमुख पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी) के लिए एफटी रैंकिंग में शीर्ष 100 में सूचीबद्ध किया गया है, और भारत में सभी बिज़नेस स्कूलों में चौथा और सभी आईआईएम में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही,आईआईएम इंदौर ने क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग के तहत एशिया के सभी शीर्ष बिजनेस स्कूलों में 25वां स्थान हासिल किया है, और देश के सभी बिज़नेस स्कूलों में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। इसमें सभी आईआईएम में आईआईएम इंदौर 5वें स्थान पर हैं। संस्थान को क्यूएस रैंकिंग में 151-200 बैंड में भी स्थान दिया गया है।
प्रो. हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने कहा कि संस्थान अक्टूबर 2021 में अपने 25 वर्ष पूर्ण कर लेगा। रैंकिंग पर अपनी प्रसन्नता साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रबंधन में हमारे स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए हमें शीर्ष 100 एफटी रैंकिंग में स्थान दिया गया है; और सभी आईआईएम में तीसरा स्थान हैं जिससे आईआईएम इंदौर अब शीर्ष -100 में सूचीबद्ध होने वाला देश का चौथा बिजनेस स्कूल बन चुका है। अब हमारा लक्ष्य शीर्ष 50 में शामिल होना है और हम इसके लिए कठिन परिश्रम कर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होंगे।‘ क्यूएस रैंकिंग के बारे में उन्होंने कहा, ‘संस्थान अपने 25वें स्थापना दिवस के करीब आ रहा है और हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि हम क्यूएस रैंकिंग में एशिया में 25वें स्थान पर हैं।
हम वैश्विक एमबीए श्रेणी में विश्व रैंकिंग में दुनिया में शीर्ष 200 में, भारत में 5वें , और सभी आईआईएम में चौथे स्थान पर हैं।’ उन्होंने संस्थान के सभी हितधारकों को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हम दृढ़ संकल्प और धैर्य के साथ अपने लक्ष्य और संस्थान के मिशन के अनुरूप आगे बढ़ेंगे । एफटी रैंकिंग मापदंडों को व्यापक रूप से पूर्व छात्र कैरियर प्रगति, स्कूल विविधता और अंतर्राष्ट्रीय अनुभव और अनुसंधान में विभाजित किया गया, जिन्हें फिर विभिन्न मानदंडों में वर्गीकृत किया गया है। इनमें नामांकित प्रतिभागियों की संख्या, कंपनी इंटर्नशिप, औसत पाठ्यक्रम समय, आदि शामिल हैं।
क्यूएस रैंकिंग के मापदंडों में छह मेट्रिक्स शामिल हैं: अर्थात् शैक्षणिक प्रतिष्ठा (Academic Reputation), नियोक्ता प्रतिष्ठा (Employer Reputation), संकाय / छात्र अनुपात (Student Teacher Ratio), प्रति संकाय उद्धरण (Citations per Faculty), अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात (International Faculty Ratio) और अंतर्राष्ट्रीय छात्र अनुपात (International Student Ratio)। रैंकिंग संकेतकों में थॉट लीडरशिप , रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट, उद्यमिता और पूर्व छात्रों के परिणाम, रोजगार और विविधता शामिल हैं । आईआईएम इंदौर देश में रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट के मामले में तीसरे स्थान पर है। हाल ही में, आईआईएम इंदौर ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF रैंकिंग 2021) में 6वां स्थान हासिल किया है। यह स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में एक रैंक ऊपर है।