आज गुरुवार, माघ शुक्ल पक्ष नवमी तिथि है।
आज रोहिणी नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
-जया एकादशी व्रत 12 फरवरी शनिवार को है।
-इस एकादशी का व्रत करने से पिशाचत्व मिट जाता है।
-13 फरवरी रविवार को तिल द्वादशी और भीष्म द्वादशी है।
-तिल द्वादशी के दिन तिल के जल से स्नान करना चाहिए। तिल से भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए। तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए और तिल से बने पदार्थों से नैवेद्य लगाना चाहिए। तिल से हवन करना चाहिए। तिल का दान करना चाहिए और उस दिन तिल से बने भोज्य पदार्थों का ही भोजन करना चाहिए।
-द्वादशी के इस व्रत के प्रभाव से स्वाभाविक, आगन्तुक, कायकान्तर और सांसर्गिक सम्पूर्ण व्याधि दूर होती है और सुख मिलता है।
-माघ शुक्ल त्रयोदशी 14 फरवरी सोमवार को है। इस दिन उत्तम पुण्यक व्रत है। विधि विधान से इस व्रत को करने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है।y