आज बुधवार, माघ कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि है।
आज आश्लेषा नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
-महामाघी तिल चतुर्थी व्रत 21 जनवरी शुक्रवार को है।
-माघ मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी के दिन आद्य गणेश प्रकट हुए थे।
-माघ मास की चतुर्थी के दिन भगवान गणेश ने भूमि पुत्र मङ्गल को दस भुजाओं वाले अपने स्वरूप का दर्शन दिया था।
-भूमि पुत्र मङ्गल ने अवन्तिका नगरी ( उज्जैन) में माघ मास की अङ्गारक चतुर्थी (मङ्गलवार युक्त) के दिन मङ्गल मूर्ति चिन्तामणि विनायक की स्थापना की थी। (गणेश पुराण)
-किसी कल्प में भगवान गणेश ने अदिति – कश्यप के यहां पुत्र रूप में जन्म लिया था। उस समय वह “महोत्कट” नाम से प्रसिद्ध हुए।
-गणेश जी की शमी पत्र और दुर्वा से पूजा करना चाहिए। चतुर्थी के दिन इसका विशेष महत्त्व है।