आज है कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि, इन बातों का रखें ख़ास ध्यान

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विजय अड़ीचवाल

आज अन्नकूट महोत्सव एवं गोवर्धन पूजन दिवस है।
गोवर्धन की पूजा करते समय अग्रलिखित मन्त्र बोलना चाहिए –
गोवर्धन धराधार गोकुल त्राण कारक।
विष्णुवाह कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रदो भव।।

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अर्थात् – पृथ्वी को धारण करने वाले गोवर्धन! आप गोकुल के रक्षक हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने आपको अपनी भुजाओं पर उठाया था। आप मुझे करोड़ों गौऍं प्रदान करें।
👉 आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर गौ और ब्रज के समस्त नर -नारी की इन्द्र के कोप से रक्षा की थी।
👉 आज के दिन सभी मन्दिरों में पकवानों के पहाड़ (कूट) बनाए जाते हैं। इसीलिए इसे अन्नकूट महोत्सव कहा जाता है।
👉 पुलस्त्य ऋषि के शाप से गोवर्धन पर्वत आज भी तिल – तिल घटता ही जा रहा है।
👉 आज के दिन गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने का अत्यधिक महत्त्व है।
👉 गोवर्धन पर्वत से कभी भी कंकर, पत्थर या मिट्टी नहीं लाना चाहिए।
👉 आज गौ क्रीड़ा महोत्सव भी है।
👉 आज के दिन राजा बलि की पूजा की जाती है