मध्यप्रदेश के इस आम और मुरैना की गजक को मिला GI टैग, जानिए इनकी खासियत

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देशभर में एक बार फिर भीषण गर्मी का दौर शुरू होने लगा है। गर्मी का मौसम वैसे तो किसी को ख़ास पसंद नहीं आता लेकिन इस सीजन में आने वाले आम की वजह से सबको ये अच्छा लगता है और इसका इंतजार हम सभी को बेसब्री से होता है। लेकिन दुनियाभर में प्रसिद्ध और पसंदीदा आमों की बात होगी तो मध्यप्रदेश के रीवा जिले में मिलने वाले सुंदरजा आम की बात जरूर होगी।

अगर आप भी मध्यप्रदेश में रहते है और आपने इस आम का स्वाद नहीं चखा तो एक बार जरूर खाइए। क्योंकि इस आम को जीआई टैग (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) प्रदान किया गया है। इसके साथ ही मुरैना की प्रसिद्ध गजक को भी जीआई टैग दिया गया। वहीं इस आम की ख़ास बात यह है कि बिना रेशा वाला आम है, और एक आम में बाहर अलग-अलग रंग होते हैं।

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जानकारी के मुताबिक, पहले सुंदरजा आम केवल गोविंदगढ़ किले के बगीचों में होता था। यह राजे-राजवाड़ों की पसंद हुआ करता था। लेकिन अब इसकी बहुत अधिक मात्रा में खेती की जाती है। अगर बात करें गजक की तो चंबल नदी के पानी में कुछ घटकों के कारण इससे एक मिठाई विकसित की गई थी। जिसे गुड़ और तिल के साथ एक खास प्रक्रिया के साथ बनाया जाता है। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने भी इस पर एक ट्वीट करते हुए बधाई दी है।