इन लोगों को भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष, वरना कष्टों से भर जाएगा जीवन

Rudraksha : हर व्यक्ति के जीवन में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों का मेल कभी सुखद परिणाम देता है, तो कभी यह विपरीत योग का निर्माण करता है। इन समस्याओं से निपटने के लिए ज्योतिष में उपाय भी बताए गए हैं। रत्न शास्त्र, जो ज्योतिष का ही एक भाग है, ऐसे रत्नों का उल्लेख करता है जो व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इन्हीं में से एक है रुद्राक्ष, जिसे भगवान शिव से जुड़ा हुआ माना गया है।

Rudraksha

रुद्राक्ष को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे गले या हाथ में धारण किया जाता है और यह धारण करने वाले व्यक्ति को अनेक लाभ प्रदान करता है।

रुद्राक्ष से लाभ

  • जीवन में खुशहाली लाता है : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन में खुशहाली बनी रहती है। यह न केवल परेशानियों को दूर करता है बल्कि संकटों से उबरने में भी मदद करता है।
  • आत्मविश्वास और मानसिक शांति : रुद्राक्ष धारण करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति मानसिक रूप से शांत रहता है। यह जीवन में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

रुद्राक्ष धारण करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

  • कुंडली में ग्रहों की स्थिति का ध्यान : रुद्राक्ष धारण करने से पहले ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना आवश्यक है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर ही यह तय करना चाहिए कि कौन-सा रुद्राक्ष आपके लिए उपयुक्त है। गलत रुद्राक्ष पहनने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • स्वास्थ्य परिस्थितियां : स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। यदि स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो गलत रुद्राक्ष पहनने से परेशानी बढ़ सकती है।

किन्हें रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए?

  • गर्भवती महिलाएं : गर्भवती महिलाओं को रुद्राक्ष धारण करने से बचना चाहिए। इसके कारण शरीर में तीव्र ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो गर्भावस्था के दौरान उपयुक्त नहीं माना जाता। यदि पहले से रुद्राक्ष पहना हुआ है, तो गर्भधारण के समय इसे उतार देना चाहिए और बच्चे के जन्म के बाद ही फिर से पहनना चाहिए।
  • मांस-मदिरा का सेवन करने वाले लोग : जो लोग मांस और मदिरा का सेवन करते हैं, उन्हें रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है। साथ ही, शव यात्रा के समय भी रुद्राक्ष उतार देना उचित माना जाता है।
  • अविश्वासी और आत्मविश्वास की कमी वाले लोग : जिन व्यक्तियों को भगवान या खुद पर विश्वास नहीं होता और आत्मविश्वास की कमी होती है, उन्हें रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। रुद्राक्ष का प्रभाव तभी होता है जब व्यक्ति भगवान और अपनी आस्था में दृढ़ विश्वास रखता है।

Disclaimer : यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है।  Ghamasan.com इनके सत्य और सटीक होने का दावा नहीं करता।