इंदौर 20 जुलाई, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अब प्रदेश के अधिक संक्रमण वाले जिलों में सप्ताह में 2 दिन लगातार पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाएं छोड़कर सभी गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। लॉकडाउन रविवार को रहेगा ही, दूसरा दिन शनिवार हो या सोमवार, यह जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के निर्णय अनुसार तय किया जाएगा। सभी जिलों में रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 8 बजे से प्रात: 5 बजे तक रहेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संक्रमणमुक्त जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में राज्य एवं केन्द्र सरकार के सभी कार्यालय 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित किए जाएंगे, अधिकारी शत-प्रतिशत आएंगे। निजी कार्यालय एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान भी 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत क्षमता में संचालित होंगे। निजी दफ्तर तथा व्यापारिक संस्थानो में कोई कोरोना पॉजीटिव मिलने पर उसे 7 दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, चिकित्सा शिक्षा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह एस.एन. मिश्रा आदि उपस्थित थे।
गाँवों पर दें विशेष ध्यान
समीक्षा में बताया गया कि प्रदेश के 53 गाँवों में कोरोना संक्रमण था, जिनमें से अब 17 गाँवों में संक्रमण बचा है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि गाँवों में विशेष सावधानी रखी जाए, जिससे संक्रमण आगे न बढ़े।
जो अधिकारी-कर्मचारी गाइड लाइन का पालन नहीं करेंगे, दंडित होंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी मास्क नहीं लगाता है, फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करता है अथवा अन्य तरीके से कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करता है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। जबलपुर में एक शादी समारोह में कुछ शासकीय अधिकारियों द्वारा गाइड लाइन का उल्लंघन किए जाने को मुख्यमंत्री ने अंत्यत गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए, उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर एवं मुरैना में लॉकडाउन से मिला लाभ
ग्वालियर एवं मुरैना जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण में कमी आई है। ग्वालियर में गत दिनों 15 प्रतिशत तक पॉजिटिविटी पहुंच गई थी, जो कि अभी किए गए लॉकडाउन के बाद 7 प्रतिशत रह गई है। मुरैना में लॉकडाउन से पॉजिटिविटी दर 1.6 प्रतिशत रह गई है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिला क्राइसिस समूह की बैठक कर आगे के लॉकडाउन पर विचार किया जाए। लॉकडाउन धीरे-धीरे खोला जाए।
‘बुरहानपुर मॉडल’ को अपनाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बॉर्डर जिला होने के बावजूद बुरहानपुर ने कोरोना संक्रमण रोकने में जो कार्य किया है वह सराहनीय है। अन्य सभी जिले, विशेष रूप से अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिले, बुरहानपुर मॉडल को अपनाएं। बुरहानपुर ने दूसरे राज्य से तथा संक्रमित क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों की मॉनीटरिंग का अच्छा सिस्टम बनाया और उन्हें उनके घरों में 14 दिन तक क्वारेंटाइन किया। इससे संक्रमण रोकने में काफी मदद मिली।
संक्रमण रोकने के लिए मेल-मिलाप कम करना होगा
कोरोना संक्रमण की समीक्षा में पाया गया कि भोपाल सहित अन्य जिलों में जहाँ संक्रमण बढ़ा है, उसका एक प्रमुख कारण लोगों का आपस में मेल-मिलाप है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना होगा कि अनावश्यक मेल-मिलाप न हो तथा मिलते समय फिजीकल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाए। कहीं भी अधिक संख्या में लोग इकट्ठे न हों।
घर पर ही रहकर मनाएं आगामी सभी त्यौहार
मुख्यमंत्री चौहान ने जनता से अपील की कि आगामी रक्षाबंधन, ईद आदि सभी त्यौहार घर पर रहकर ही मनाएं। सार्वजनिक रूप से कोई भी त्यौहार मनाने की अनुमति नहीं होगी।
आशा कार्यकर्ता को पल्स ऑक्सीमीटर
मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सुझाव दिया कि हर गांव में आशा कार्यकर्ता को पल्स ऑक्सीमीटर व टैम्प्रेचर गन उपलब्ध करवाए जाएं, जिससे कोरोना मरीजों की जल्दी पहचान आसान हो सके। उन्होंने फीवर क्लीनिक को अधिक प्रभावी बनाए जाने की भी बात कही।