Indore News : इंदौर में आज बांग्लादेश मुद्दे पर होगा एकत्रीकरण, बंद रहेंगे बाजार, चार लाख लोग निकालेंगे रैली

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Indore News : आज इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा एक आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा। संघ ने इस रैली के लिए सभी हिंदू समाज, संघ के वैचारिक संगठन, स्वयंसेवकों, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ताओं और व्यापारिक संगठनों से सहयोग की अपील की थी। रैली का आयोजन सुबह 9 बजे के बाद से लालबाग परिसर से शुरू होकर कलेक्ट्रेट तक जाएगा, जहां राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का विरोध

इस रैली का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का विरोध करना है। खासकर, वहां हिंदू समाज के लोगों को हो रही हिंसा और अत्याचारों के खिलाफ आक्रोश जताना है। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए इंदौर और मध्य प्रदेश के अन्य जिलों के व्यापारी अपनी दुकानें बंद रखेंगे।

व्यापारियों का समर्थन

इंदौर के व्यापारिक संगठनों ने 4 दिसंबर को आयोजित इस रैली का समर्थन करते हुए घोषणा की है कि वे अपनी दुकानें दोपहर 1 बजे तक बंद रखेंगे। इस समर्थन में विभिन्न व्यापारी संगठनों ने अपनी भागीदारी जताई है। इनमें अहम नाम शामिल हैं:

  • अहिल्या चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल
  • भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के संयोजक धीरज खंडेलवाल
  • क्लॉथ मर्चेंट्स एसोसिएशन
  • सीतला माता बाजार
  • न्यू सियागंज
  • खजूरी बाजार
  • टी मर्चेंट्स एसोसिएशन
  • स्कूटर पार्ट्स विक्रेता संघ
  • सियागंज किराना होलसेल मर्चेंट्स एसोसिएशन
  • पाइप एंड सैनिटरी व्यापारी संघ
  • इंदौर टाइल्स मर्चेंट्स एसोसिएशन

इन संगठनों के अलावा, इलेक्ट्रिक मार्केट व्यापारी एसोसिएशन, इंदौर मशीनरी टूल्स, प्लाईवुड और लैमिनेट्स व्यापारी संघ, मध्य प्रदेश दाल-दलहन व्यापारी महासंघ, और कई अन्य व्यापारी संगठन भी इस बंद का समर्थन करेंगे।

व्यापारियों द्वारा लगाए गए विरोधी पोस्टर

इंदौर की छप्पन दुकान व्यापारी एसोसिएशन ने बांग्लादेश में हिंदू समाज के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के विरोध में शहरभर में पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा गया है, “न पोहा न चाय, बांग्लादेश हाय-हाय”, जो एक तरह से व्यापारियों का आक्रोश व्यक्त करता है।

रैली में शामिल होने वाले लोग

इस रैली में कई साधु-संत, सांसद, विधायक और संघ के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इन सभी का उद्देश्य बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करना है और भारतीय समाज को इसके खिलाफ जागरूक करना है।