कश्मीर में ‘आजाद’ का बयान, भागे हुए आतंकवादियों का पीछा न करें सेना

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जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद(Former Jammu and Kashmir Chief Minister and senior Congress leader Ghulam Nabi Azad) ने राजोरी के पुंछ का दौरा किया और डाक बंगले में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र जम्मू-कश्मीर में अंधा कानून चला रही है और अपनी मनमर्जी से काम कर रही है जो कि नहीं चलेगा। बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है। जब से जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है तब से यहां कारोबार, विकास ठप और बेरोजगारी चरम पर है।

वहीं गुलाम नबी आजाद ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि राजोरी और पुंछ जिले में सेना ने बड़े ऑपरेशन चलाकर आतंकवाद को खत्म करने में सफलता प्राप्त की। लेकिन साथ में ये भी कहा कि घाटी में सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के पीछे भाग कर उन्हें मारना नहीं चाहिए। जब कोई आतंकी किसी मुठभेड़ से भागने का प्रयास करता है तो उसके पीछे सुरक्षाबलों को नहीं जाना चाहिए। भागा हुआ आतंकवादी किसी के घर में अस्थायी रूप से शरण लेता है तो उसे निशाना नहीं बनाना चाहिए। इसकी कीमत आम नागरिक को चुकाना पड़ती है।

आजाद ने कश्मीर में धारा 370 की वापसी को लेकर भी बड़ा बयान दिया हैं उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 की वापसी का फैसला सुप्रीम कोर्ट ही ले सकता है या फिर कांग्रेस पार्टी 300 सीटों के साथ सत्ता में आए लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है।